by कविता बहार | Nov 7, 2023 | हिंदी कविता
नमन आपको बापू नमन हैैं बारम्बार नमन आपको बापू, नमन हैैं बारम्बार।सविनय अवज्ञा आंदोलन चलाया, अत्याचार के आप प्रतिकार।। खादी को किया था आपने प्यार, स्वदेशी अपनाया।सत्य, अहिंसा के हथियार से गौरों को खूब छकाया।।आजादी के परवाने थे,सत्याग्रह के आप रहे...
by कविता बहार | Nov 7, 2023 | Uncategorized
बापू जी तुम्हें नही भूले हम भूल गये रे हर बात,बापू जी तुम्हें नही भूले।सब कुछ किया देश के नामतुम्हारे सब काम नही भूले।।हम भूल गये रे……………। संघर्ष करके जीना सिखाया,अपनें वतन को बचाया।सब कुछ हमनें पाया मगर,तेरे साथ ना झूला कभी झूले।।हम भूल गये रे……………..। उठाके अपनें गोद...
by कविता बहार | Nov 7, 2023 | हिंदी कविता
वन्दे मातरम् गाऊँगा बापू जी के चरखे को,मैं भी खूब घुमाऊँगा।सत्य-अहिंसा की बातें,सबको रोज सुनाऊँगा।।चाचा जी के लाल ग़ुलाब,बाग़-बगीचे में लगाउँगा।शीश झुकाकर चरणों में,लाल ग़ुलाब चढ़ाऊँगा।।पर्वत-घाटी ऊँचा चढ़कर,तिरंगा ध्वज फहराउंगा।चाहे दुनिया जो भी...
by कविता बहार | Oct 29, 2023 | हिंदी कविता
महात्मा गांधी पुण्यतिथि पर कविता mahatma ghandh • बाबूलाल शर्मा ‘प्रेम’ स्वतन्त्रता के अमर पुजारी, सत्य-अहिंसा के व्रतधारी ! बापू, तुम्हें प्रणाम बापू, तुम्हें प्रणाम ! देश-प्रेम का पाठ पढ़ाने, दुखियों का दुःख-दर्द मिटाने । प्राण देश के लिए दे दिए और गए...
by कविता बहार | Oct 8, 2022 | हिंदी कविता
देख रहे हो बापूजी देख रहे हो बापूजी,कैसा है आपके सपनों का भारत।निज स्वार्थ सिद्ध करने हेतु,जन-जन ने प्राप्त कर ली है महारत। देख रहे हो बापूजी,गांवों की हालत आपसे क्या कहें।इतना विकास हुआ ग्राम्य अंचल का,कि अब गांव, गांव ना रहे। देख रहे हो बापूजी,आपकी खादी कितना बदनाम...