सर्व शक्ति का रूप है नारी /रचयिता:-डी कुमार–अजस्र

सर्व शक्ति का रूप है नारी /रचयिता:-डी कुमार–अजस्र (स्त्री संघर्ष की अनन्त गाथा…) सर्वशक्ति का रूप है नारी कविता संग्रह काली तू ,दुर्गा लक्ष्मी भी तू ,शक्ति की रूपा तू पूजित है नारी ।1। विद्या-वर पाने की चाह में ये जग ,बन गया धंवला का भी पुजारी ।2 । सती रूप...

सम्भल जाओ आज से- प्रिया सिंह

सम्भल जाओ आज से- प्रिया सिंह कविता संग्रह भारत वर्ष की बेटी हूं, समझ गई अपना अधिकार ।अन्याय नहीं सहन करेंगे, अब मेरी भी वाणी में धार।अब चाहोगे तुम रोकना हमें , अपने आदतन अंदाज से।पर रोकने वाले!  खुद रुक जाओ, सम्भल जाओ आज से । जितना करना था अत्याचार हम पर, उसको हम...

नारी रत्न अमूल्य धरा पर(चौपाई छंद)

नारी रत्न अमूल्य धरा पर (चौपाई छंद) नारी रत्न अमूल्य धरा पर।ईश्वर रूप सकल सचराचर।।राम कृष्ण जन्माने वाली।सृष्टि धर्म की सत प्रतिपाली।।१.बेटी बहिन मात अरु दारा।हर प्रतिरूप मनुज उद्धारा।।नारी जग परहित तन धारी।सुख दुख पीड़ा सहे दुधारी।।२.द्वय घर की सब जिम्मेदारी।बिटिया...

छत्तीसगढ़ी कविता – तरिया घाट के गोठ

छत्तीसगढ़ी कविता तरिया घाट के गोठ – छत्तीसगढ़ी कविता गोठ बात चलत हे,गाँव भर के मोटियारी के ।काकर निंदा,काकर चुगली, कनहू के सुआरी के ।सबो झन सबो ल, बात बात म दबावत हे।खिसियावथें कनहू ल, मन म कलबलावत हे।सबो हावे अपन आप म रोंठ ।ए जम्मो बात हावे संगी , तरिया घाट के...

शहर शहर निर्भया

शहर शहर निर्भया शहर – शहर निर्भया ,और गाँव – गाँव सवाल है !गाँव हो या शहर देखों,हर जगह बुरा हाल है !! दिल्ली देखों,एम पी देखों !सी जी देखों,यू पी देखों !!सभी जगह एक ही हाल है ! कब तक यही चलता रहेगा,निर्भया को कब मिलेगा इंसाफ़ !कब गुनाहगारों को सजा...