त्यौहार पर कविता-तेरस कैवर्त्य ‘आंसू’
त्यौहार पर कविता आया कार्तिक मास अब, साफ करें घर द्वार।रंग बिरंगे लग रहे, आया है त्यौहार।।१।। गली गली में धूम है , जलती दीप कतार।सभी मनाये साथ में, दीवाली त्यौहार।।२।। श्रद्धा सुमन चढ़ा करें, पूजे लक्ष्मी मान।मेवा घर घर बांटते , नया पहन परिधान।।३।। सुमत सहज ही बांध के, आये जब त्यौहार।महक दहक बहती … Read more