परीक्षा पर कविता

यहाँ पर परीक्षा पर कविता का संकलन किया है जहाँ पर कवि यह बताने की कोशिश की हैं कि इस जीवन में हर रोज परीक्षा होती है.

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हर रोज परीक्षा होती है

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जीवन है संघर्ष सदा ही
हर दिन ही एक चुनौती है।
कदम कदम अवरोध यहाँ है
हर रोज परीक्षा होती है।।

संघर्षों से क्या घबराना
जीवन साथ सदा रहते हैं।
हिम्मत से ही आगे बढ़ना
सुख दुख जीवन को कहते हैं।।
जीवन में पग पग पर चलते
मानवता ही जब रोती है।
कदम कदम अवरोध यहाँ है
हर रोज परीक्षा होती है।।

जब तक जीवन है दुनिया में
पथ में बाधाएं आएंगी।
हिम्मत से हम करें सामना
बाधाएं सब मिट जाएंगी।।
जीवन ज्योति चलेगी जब तक
आशा कभी नहीं सोती है।
कदम कदम अवरोध यहाँ है
हर रोज परीक्षा होती है।।

जीवन जीना बहुत कठिन है
कष्ट सदा आते जाएंगे
भय की पीड़ा को निकाल दो
दुःख नहीं आने पाएंगे।।
जीवन का परिणाम मृत्यु है
अंतराल जीवन ज्योती है।
कदम कदम अवरोध यहाँ है
हर रोज परीक्षा होती है।।

मानव सपने देखे प्रतिदिन
जीवन भर सोया रहता है।।
आए उम्र बुढ़ापे की जब
यादों को ढोए रहता है।।
तन मन दोनों क्षीण हुए अब
आत्मा उसकी अब रोती है।
कदम कदम अवरोध यहाँ है
हर रोज परीक्षा होती है।।

कलयुग के इस कठिन काल में
झूठ सत्य को दबा रहा है।
न्याय दब गया धन के नीचे
पैसा सब कुछ चला रहा है।।
लोभ मोह मद कोप बढ़ा है
धरा पाप को ढोती है।
कदम कदम अवरोध यहाँ है
हर रोज परीक्षा होती है।।

✍️ डॉ एन के सेठी

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