मुक्ति संघर्ष-आशीष कुमार (कविता)
प्रस्तुत हिंदी कविता का शीर्षक “मुक्ति संघर्ष है” जोकि ‘आशीष कुमार’ मोहनिया, कैमूर, बिहार की रचना है. इसे स्वतंत्रता को आधार मानकर रचा गया है
प्रस्तुत हिंदी कविता का शीर्षक “मुक्ति संघर्ष है” जोकि ‘आशीष कुमार’ मोहनिया, कैमूर, बिहार की रचना है. इसे स्वतंत्रता को आधार मानकर रचा गया है
नारी का महत्व का वर्णन कविता के माध्यम से किया गया है।
मेरे बाबा का बक्सा
प्रस्तुत संध्या-वन्दन राजेश पाण्डेय वत्स छत्तीसगढ़ द्वारा रचित है. शुभ संध्या नभ तले (संध्या-वन्दन) दिन रात संधिकाल, शुभ लग्न संध्या हाल,तारागण झाँक पड़े,पल सुखदाई में! नीड़ दिशा उड़ी दल,विहगों की कोलाहल,तिमिर को न्यौता मिला,सुर शहनाई में! लाडली सुन्दरी शाम, पल भर मेहमान,विमल आकाश खेली,मृदु शीतलाई में! शुभ संध्या नभ तले,पग घर ओर चलेवत्स वही फिर … Read more
यह नवदेवियों पर आधारित हिंदी कविता है जो कि डॉ. चंद्रेश कुमार छतलानी द्वारा रचित है.