नवोदय क्रांति परिवार प्रेरणा गीत

जन जन को जगाएंगे।नवोदय क्रांति लाएंगे।आओ शिक्षक, प्यारे शिक्षक,हम सब मिलकर शिक्षा में नई क्रांति लाएंगे।जन जन को जगाएंगे।नवोदय क्रांति लाएंगे। पालक,अभिभावक,जनप्रतिनिधि मिलकर शालाको रंगीन बनाएंगे।जन जन को जगाएंगे।नवोदय क्रांति लाएंगे। राष्ट्रिय शिक्षक संचेतना लाएंगे।कश्मीर से कन्याकुमारी तकशिक्षा का अलख जगाएंगे।हर शाला को डिजिटल बनाएंगे।जन जन को जगाएंगे।नवोदय क्रांति लाएंगे। हम हैं शिक्षक, शिक्षा की … Read more

जब विपदा आ जाए सम्मुख – उपमेंद्र सक्सेना

जब विपदा आ जाए सम्मुख जिसका साथ निभातीं परियाँ, मनचाहा सुख पाता हैजब विपदा आ जाए सम्मुख, कोई नहीं बचाता है। क्या है उचित और क्या अनुचित, बनी न इसकी परिभाषादुविधा में जो फँसा कभी भी, टूटी उसकी अभिलाषाजिसका मन हो लगा गधी में, वह उसको अपनाता हैजब विपदा आ जाए सम्मुख, कोई नहीं बचाता … Read more

नया अब साल है आया – उपमेंद्र सक्सेना

नया अब साल है आया नया अब साल है आया, रहे इंसानियत कायममुहब्बत के चिरागाँ इसलिए हमने जलाए हैं। सुकूने बेकराँ मिलती, अगर पुरशिस यहाँ पे होन हो वारफ़्तगी कोई, दिले मुज्तर कहीं क्यों होनवीदे सरबुलंदी से, जुड़ें सब ये तमन्ना हैसरे आज़ार के पिन्दार को कुदरत यहाँ दे धो अमीरों के घरों में खूब … Read more

पीर दिलों की मिटायें

पीर दिलों की मिटायें पीर दिलों की मिटायें, चलो एक ऐसा नया जहां बसायेंपीर दिलों की मिटायें, चलो एक ऐसा नया जहां बसायें lपलती हों जहां खुशियाँ, चलो एक ऐसा आशियाँ सजाएँ ll हर एक चहरे पर हो मुस्कान, ना हो ग़मों का कोई निशान lफेहरे जहां संस्कृति, संस्कारों का परचम, चलो एक ऐसा उपवन … Read more

रंग इन्द्रधनुष

रंग इन्द्रधनुष ….. धरती का हरापन सदा से बुलाते रहे मुझेमैं उसके आँचल में दूब बनकर पसर गया ,नीला विस्तृत आकाश हुर्र बुलाता रहा मुझेमैं उसमें घुसकर नीलकंठ हो गया ,मैं उनकी गली के गुलाबी रंग बीचप्रेम प्याला पीकर महक गया ;युवा बसंत को सजाते हुए कभीकाँपे नहीं मेरे हाथ लेकिनअपनी बेटी को विदा करते … Read more