राखी चंदा पहुँच गई है…

रक्षा बन्धन एक महत्वपूर्ण पर्व है। श्रावण पूर्णिमा के दिन बहनें अपने भाइयों को रक्षा सूत्र बांधती हैं। यह 'रक्षासूत्र' मात्र धागे का एक टुकड़ा नहीं होता है, बल्कि इसकी…

Continue Readingराखी चंदा पहुँच गई है…

आकर्षण या प्रेम पर कविता

आकर्षण या प्रेम मीरा होना आसान नहीं,ज़हर भी पीना पड़ता है।त्याग, प्रेम की परिभाषा,जीवंत निभाना पड़ता है।। हीर रांझा, लैला मंजनू,अब नहीं कहीं मिलते हैं।दिल में दिमाग उगे सबके,प्रेम का…

Continue Readingआकर्षण या प्रेम पर कविता

मिसाइल मैन डाॅ अब्दुल कलाम

भारत के महान वैज्ञानिकों का योगदान मिसाइल मैन डाॅ अब्दुल कलाम मिसाइल बनाने में वैज्ञानिकों ने दिया योगदान।सुरक्षित हिंद देश को मिसाइल दिया विभिन्न।। मिसाइल मैन कहलाये डाॅ अब्दुल कलाम।इस…

Continue Readingमिसाइल मैन डाॅ अब्दुल कलाम

सुभाषचंद्र बोस पर हिन्दी कविता

सुभाषचंद्र बोस भारत माँ के दुलरवा के जी….बस अतकेच्च कहानी हे |हिन्द के मान रखेबर ओखर,माटी मिले जुवानी हे || 1897 मा, कटक क्षेत्र मा जन्मे |तेरहझन भाई-बहिनी के, खेले…

Continue Readingसुभाषचंद्र बोस पर हिन्दी कविता

अजादी के अमरीत उत्सव- तोषण चुरेन्द्र दिनकर

अजादी के अमरीत उत्सव- तोषण चुरेन्द्र दिनकर अजादी के अमरीत उत्सव भारत देश मनात हेसाल पचहत्तर पूरा होगे झंडा तिरंग लहरात हे लाल बाल अउ पाल भगत सिंहबनके तँयहा ललकार…

Continue Readingअजादी के अमरीत उत्सव- तोषण चुरेन्द्र दिनकर

भूख की कविताएँ -रमेश कुमार सोनी

खाना खाने की इच्छा होने पर भूख लगती है। तृप्ति भूख का अभाव है। भूख की अनुभूति हाइपोथैलेमस से शुरू होती है जब यह हार्मोन जारी करता है। यह हार्मोन…

Continue Readingभूख की कविताएँ -रमेश कुमार सोनी

वीणा के हाइकु

वीणा के हाइकु 1-कृष्णमुरारीबालभद्र,सुभद्रारथ सवारी।2-हरितालिकापति की लम्बी आयुपत्नी निर्जला।3-स्वयं विश्वासमिलेगी सफलतामंजिल पास।4-लाल गुब्बाराबालक खेल रहाबम धमाका।5-मणिकर्णिकाअंतरिक्ष पे बैठीहिन्द की नारी।          *सविता बरई "वीणा"सीतापुर, सरगुजा,(छ.ग.)

Continue Readingवीणा के हाइकु

केवरा यदु मीरा की कविता

केवरा यदु मीरा की कविता कृष्ण के भजनओ मेरे मन मीत कृष्ण के भजन सुन कान्हा मेरी यादतुमको आती तो होगी।ओ पूनम की रात तुम्हेंरुलाती तो होगी ।सुन कान्हा—–तान छेड़…

Continue Readingकेवरा यदु मीरा की कविता

प्रियतम पर कविता

प्रियतम पर कविताप्रियतम कितने प्यारे होजन्मदिन प्रियतम का प्रियतम कितने प्यारे हो प्रियतम कितने प्यारे हो,मेरी आँखों से पूछो।पढ़ लो इन अँखियों में बस एक नजर देखो।बसे हो श्वांस श्वांस…

Continue Readingप्रियतम पर कविता

चाँद पर कविता

चाँद पर कविताचाँद बिखरता चाँदनीधवल चन्द्र रात्रि में चाँद बिखरता चाँदनी चाँद बिखरता चाँदनी,करता जग अंजोर।चंद्र कांति से नित लगे,अभी हुआ है भोर।। दुनिया भर से तम मिटा,चारों दिशा प्रकाश।नील…

Continue Readingचाँद पर कविता