सिद्धिविनायक गणेश वंदना
सिद्धिविनायक देव हो,तुझे मनाऊँ आज।
माँ गौरी शंकर सुवन,हो पूरण मम काज।।
प्रथम पुज्य गणराज जी, बुद्धि विधाता नाथ।
कष्ट हरो गणनायका,चरण झुकाऊँ माथ।।
मातु पिता करि परिक्रमा,सजते देव प्रधान।
बुद्धि विनायक हैं कहे,कृपा करो भगवान ।।
मोदक प्रिय गौरी तनय,एक दंत अखिलेश।
हाथ जोड़ विनती करूँ, करो दया करुनेश।।
रिद्धि सिद्धि को साथ ले, आओ श्री गणराज।
धूप दीप ले पूजती,हो मंगल मय साज।।
स्वीकारो प्रभु वंदना, हे अंबे माँ लाल।।
काटो जग से गणपतय, कोरोना का जाल।।
केवरा यदु “मीरा “
राजिम