भाईचारा

द्वेष दम्भ भूलकर अपनाएँ भाईचारा ।
होगा खुशहाल तभी ये देश हमारा।
विश्वास की गहरी नींव बनाकर,
चलो कटुता मन की काटे।
न बने किसी के दुख की वजह
फूल खुशियों के बाँटें।
हमारी संस्कृति यही सिखाती
पूरा विश्व है एक परिवार।
बैर ईर्ष्या उन्नति में बाधक
प्रेम ही सुख का आधार।

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