Author: कविता बहार

  • शाकाहार है सर्वोत्तम /नितेश कुमार

    शाकाहार है सर्वोत्तम /नितेश कुमार

    शाकाहार है सर्वोत्तम /नितेश कुमार


    मैंने कहा हे!मित्र तुम कौन से हारी हो
    तुम खाने में मांशा या शाकाहारी हो /
    मित्र ने कहा, मित्र तुम सुनो मेरी बात
    जीवन भर हमेशा रखना इसे तुम याद //

    शाक भाजी खाता,हूँ मैं शुद्ध शाकाहारी,
    जीव हत्या क्यों? करुँ, नहीं मैं दुराचारी /

    शाकाहारी सब्जी में रहते खनिज,प्रोटीन,
    ताकत से भरपूर खाकर देखो सोयाबीन /
    गाजर का हलुवा खाता हूँ रोज नास्ते में,
    ब्रोकली की सब्जी में होते भरपूर विटामिन //

    पोषक तत्वों से भरपूर है शाकाहारी पालक,
    तरों ताज़ा दिन भर रहे खाये जो हर बालक /
    हरी हरी पत्तेदार सब्जियाँ जो कोई भी खाये,
    रोगों से वो दूर रहे,सादा जीवन वो जीता जाये //

    पोटेशियम और फाइबर से भरपुर है आलू,
    दिमाग़ बढ़ जाये जो खाये, बन जाये चालू /
    गाजर, गोभी खाते ही दिमाग बढ़ता जाये,
    पढ़ लो एक बार, सालों साल याद रह जाये //

    जीव हत्या पाप से बचो,शाकाहार अपनाओ,
    मांशाहार खाने से मित्र नहीं है कोई महत्तम /
    हस्ट पुष्ट रहता शरीर,खाये जो सादा भोजन,
    शास्त्रों ने भी माना है, शाकाहार है सर्वोत्तम //

    नितेश कुमार दिवाकर
    बैकुंठपुर छत्तीसगढ़

  • शाकाहार सर्वोत्तम आहार/ मंजू अशोक

    शाकाहार सर्वोत्तम आहार/ मंजू अशोक

    शाकाहार सर्वोत्तम आहार/ मंजू अशोक

    इस सच्चाई को समझे सारा संसार |
    हम सबका हो एक ही विचार |
    शाकाहार है सर्वोत्तम आहार |
    यह बात जो हम सभी ने मानी |
    इससे न होगी किसी जीव की हानि |
    सब्जियां मोजूद है इस धरती पर रंग बी रंगी |
    बस इनका महत्व समझे सभी |
    न करो अपने शरीर के साथ कोई बेईमानी |
    शाकाहार से मन में आते सात्विक विचार |
    जिससे निखरता हमारा किरदार |
    तभी तो कहती मंजू की लेखनी सबसे |
    सदा रखो अपना शाकाहारी आहार |
    जो होगा ताजा-ताजा सर्वोत्तम आहार |
    कभी न रहोगे कोई बीमार |
    सबका जीवन होगा सरल सुंदर |
    आध्यात्म जागेगा मन के अंदर |
    तभी तो कहा है हमने…….
    इसे करे सभी स्वीकार |
    हम सबका हो एक ही विचार |
    है ‘शाकाहार सर्वोत्तम आहार’ ||

    मंजू अशोक राजाभोज
    भंडारा (महाराष्ट्र)

  • शाकाहार सर्वोत्तम आहार /सुधीर श्रीवास्तव

    शाकाहार सर्वोत्तम आहार /सुधीर श्रीवास्तव

    शाकाहार सर्वोत्तम आहार /सुधीर श्रीवास्तव

    हम सब को यह समझने की जरूरत है
    कि शाकाहार ही सर्वोत्तम आहार है,
    दालों में प्रोटीन,
    फल सब्जियों में विटामिन का भंडार है।
    रेशे वाले फल पाचन में सहायक होते हैं
    आलू ,अरवी में स्टार्च
    तो दूध में मिलता कैल्शियम है,
    जो हमारे दांतों ही नहीं
    हड्डियों को भी मजबूत करता है।
    शाकाहार सर्वोत्तम आहार है
    जो दो तरफा लाभ देता है
    एक तरफ शरीर की जरूरतों की पूर्ति
    और दूसरी तरफ शरीर को नुकसान से बचाता है।
    प्राकृतिक खाद्य पदार्थों में
    हरी साग सब्जियों, अनाजों, दालों में
    फलों, दूध आदि में
    हमारे शरीर की जरूरतों को
    पूरा करने वाले पोषक तत्व भरपूर होते हैं
    विटामिन, वसा, खनिज,
    कार्बोहाइड्रेट्स भरपूर होते हैं।
    पर कुछ लोग भ्रमित  होकर
    शरीर की इन आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए
    मांसाहार को उपयुक्त मानते हैं,
    और मांसाहार को शाकाहार से ज्यादा महत्व देते हैं।
    जबकि चिकित्सक भी शाकाहार को प्रभावी मानते हैं
    शाकाहार को मांसाहार से उत्तम बताते हैं।
    जाने कितने लोग शाकाहारी होकर
    मांसाहार से पूर्णतया दूर रहते हैं,
    फिर भी मांसाहारियों की तुलना में कहीं अधिक
    स्वस्थ प्रसन्न और उर्जावान रहते हैं,
    शाकाहार सर्वोत्तम आहार है
    इसका जीता जागता उदाहरण देते हैं,
    मांसाहार और मांसाहारियों को आइना दिखाते हैं।

    सुधीर श्रीवास्तव गोण्डा उत्तर प्रदेश

  • सर्वोत्तम आहार/ जागृति शर्मा

    सर्वोत्तम आहार/ जागृति शर्मा

    सर्वोत्तम आहार/ जागृति शर्मा

    शाकाहार -सर्वोत्तम आहार
    हैं प्रकृति का अनुपम उपहार ।।

    न करों हिंसा
    अपनाओं शाकाहार
    पाओं सात्विक आहार।।

    जैसा खाओंगें अन्न
    वैसा होगा मन
    कह गये गुणीजन ।।

    शाकाहार की ओर बढो़
    न प्राणियों से तुम दुरव्यवहार करों,
    प्रकृति संरक्षण करो
    पारिस्थितिक संतुलन बनाये रखों।।

    हे मानव ! तुम क्यों दानव
    बन सर्वाहारी बन जाते,
    क्यों जीवों की जान लेते..।

    हे मानव ! तुम मानव ही बने रहो,
    “जीओं और जीने दों” का सिद्धांत
    याद रखों ।।

    गुणों से भरपुर सोया बड़ी खाओं
    अंडे से ज्यादा प्रोटीन पाओं।।

    बादाम से तुम विटामिन E पाओं
    क्यों तुम व्यर्थ मांस -मछली खाओं।।

    शाकाहार -सर्वोत्तम आहार
    हैं प्रकृति का अनुपम उपहार ।।

    ©जागृति शर्मा,
    छत्तीसगढ़।

  • शाकाहार सर्वोत्तम आहार /वीरेन्द्र जैन

    शाकाहार सर्वोत्तम आहार /वीरेन्द्र जैन

    शाकाहार सर्वोत्तम आहार /वीरेन्द्र जैन

    संवेदनशीलता ही शाकाहार का सबसे मूल आधार है,
    करूणा दया हो ह्रदय में जिसके करता शाकाहार है,
    प्राण सभी जीवों में एक से जीवन सबको प्यारा है,
    फिर मानव को जीवों के भक्षण का क्या अधिकार है!!

    प्रकृति ने मानव की संरचना बनाई शाकाहार स्वरूप है,
    मनुज व पशु की दंतपंक्ति का पैनापन इनके अनुरूप है,
    पाचन शक्ति और प्रक्रिया भी शाकाहार निरूपी है,
    सृष्टि प्रदत्त वनस्पति आहार मानव हेतु अमृत रूप है।

    शाकाहार से तन को मिले पोषक तत्वों का भंडार है,
    अनेक रोगों की औषधि बनता स्वयं ही शाकाहार है,
    बल के मानक हाथी घोड़े केवल शाक कंद ही ग्रहण करें,
    महज़ कोरी बातें नहीं इनके पीछे वैज्ञानिक आधार है !!

    तामस भोजन पैदा करता तन में प्रमाद औ मनोविकार,
    मांस भक्षण उन्माद बढ़ाता क्रोध हिंसा के निम्न विचार,
    मनोविज्ञान भी कहता मन वच काय में तेजस ऊर्जा हो,
    मनोरोगों से स्वस्थ बनाता संयमित सात्विक शाकाहार !!

    दानव नहीं मानव हो तुम इस बात का ज़रा गुमान रखें
    भक्षण नहीं है आत्मधर्म रक्षण है इतना ध्यान रखें,
    रसना इंद्री के वशीभूत हो अंग लाशों के मत खाओ,
    देह देवालय तुल्य ना इसके गर्भ में कब्रिस्तान रखें !!

    सृष्टि के आदि से अहिंसा भारत की प्राणाधार रही,
    जैन व वैदिक संस्कृति की जीवन शैली शाकाहार रही,
    राम जन्मभूमि पर पुनः मंदिर निर्माण की गौरवगाथा में,
    इतिहास कहे भारत भूमि शाकाहार की मूलाधार रही!!

    वीरेन्द्र जैन नागपुर