Category हिंदी कविता

मिसाइल मैन डाॅ अब्दुल कलाम

भारत के महान वैज्ञानिकों का योगदान मिसाइल मैन डाॅ अब्दुल कलाम मिसाइल बनाने में वैज्ञानिकों ने दिया योगदान।सुरक्षित हिंद देश को मिसाइल दिया विभिन्न।। मिसाइल मैन कहलाये डाॅ अब्दुल कलाम।इस महान वैज्ञानिक को प्रिय का सलाम।। माँ भारती के पूत…

सुभाषचंद्र बोस पर हिन्दी कविता

सुभाषचंद्र बोस भारत माँ के दुलरवा के जी….बस अतकेच्च कहानी हे |हिन्द के मान रखेबर ओखर,माटी मिले जुवानी हे || दिलीप टिकरिहा “छत्तीसगढ़िया”पिरदा (भिंभौरी) बेरला-बेमेतरा9753304788,6263337664 Post Views: 28

अजादी के अमरीत उत्सव- तोषण चुरेन्द्र दिनकर

अजादी के अमरीत उत्सव- तोषण चुरेन्द्र दिनकर अजादी के अमरीत उत्सव भारत देश मनात हेसाल पचहत्तर पूरा होगे झंडा तिरंग लहरात हे लाल बाल अउ पाल भगत सिंहबनके तँयहा ललकार भरभीड़ जा आघू बघवा बनकेनाहर कस हूंकार करशेर के पीला…

भूख की कविताएँ -रमेश कुमार सोनी

खाना खाने की इच्छा होने पर भूख लगती है। तृप्ति भूख का अभाव है। भूख की अनुभूति हाइपोथैलेमस से शुरू होती है जब यह हार्मोन जारी करता है। यह हार्मोन लीवर के रिसेप्टर के साथ प्रतिक्रिया करता है। हालाँकि एक…

moon

चाँद पर कविता

चाँद, पृथ्वी का एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह है, जो रात के आकाश में एक चमकदार और मोहक वस्तु के रूप में चमकता है। इसकी सतह पर बहुत सारे गड्ढे, पर्वत और समतल क्षेत्र हैं, जो इसे एक अद्वितीय और सुंदर दृश्य…

कलम पर कवितायें

हाय! कलम क्यों थककर बैठी? ध्येय अधूरा है फिर भी तुम, कैसे करती हो विश्राम?हाय! कलम क्यों थककर बैठी? भूल गई क्या अपना काम? नहीं मरी भूखमरी भू की, विपन्नता भी हुई न दूर।शिक्षा से वंचित हैं बच्चे, धन अर्जन…

वर्तमान परिस्थितियों पर कविता

हो रहा कटु द्वेष का आयात है अब न जीवन में रही वह बात है,दिन नहीं उजला न उजली रात है। क्या कहें सम्बन्ध के सम्बन्ध में,यह परस्पर स्वार्थ का अनुपात है। दीप बुझने हैं लगे जनतंत्र के,देश में दुर्दम्य…

हिन्दी वर्णमाला पर कविता

 हिन्दी वर्णमाला विचार अ से अनार , का फल है ताजा ।आ से आम , फलों में राजा । इ से इमली , वो खट्टी-खट्टी ।ई से ई ईख , वो उतनी ही मीठी । उ से उल्लू , रात…

इसरो चन्द्रयान पर कविता

इसरो चन्द्रयान पर कविता : भारत की चन्द्रक्रान्ति में इसरो के अंतरिक्ष में बढ़ते कदमों पर हर इसरोजन को नमन और एक भारतीय के रूप में गौरव के पल है . नमन तुम्हें है इसरोजन देश गर्व से देख रहा…

किसान खेत जोतते हुए

सावन पर कविता

सावन-सुरंगा सरस-सपन-सावन सरसाया ।तन-मन उमंग और आनंद छाया ।‘अवनि ‘ ने ओढ़ी हरियाली ,‘नभ’ रिमझिम वर्षा ले आया । पुरवाई की शीतल ठंडक ,सूर्यताप की तेजी, मंदक । पवन सरसती सुर में गाती ,सुर-सावन-मल्हार सुनाती । बागों में बहारों का…