हिन्दी कविता : जार्ज फ्लॉयड पर कविता- नरेन्द्र कुमार कुलमित्र

जार्ज फ्लॉयड पर कविता- जार्ज फ्लॉयड तुम आदमी थेतुम आदमी ही रहेपर तुम्हें पता नहींकि शैतानी नज़रों मेंआदमी होना कुबूल नहीं होताआख़िर तुम मारे गए काश तुम जान गए होतेकि…

सूर घनाक्षरी -बाबूलालशर्मा ‘विज्ञ’

घनाक्षरी छंद विधान:सूर घनाक्षरी -बाबूलालशर्मा 'विज्ञ' सूर घनाक्षरी विधान ३० वर्ण(८८८६) प्रतिचरणचार चरण समतुकांतचरणांत की कोई शर्त नहीं है। सूर घनाक्षरी विधान का उदाहरण . __जल रक्षण__ मनुज भूल नादानी,आज…

देव घनाक्षरी विधान -बाबूलाल शर्मा ‘विज्ञ’

देव घनाक्षरी विधान -बाबूलाल शर्मा 'विज्ञ' देव घनाक्षरी विधान ३३वर्ण (८८८९) प्रतिचरणचार चरण समतुकांतचरणांत नगण१११(पुनरावृत्ति)(जैसे कदम कदम) देव घनाक्षरी विधान का उदाहरण __कदम-कदम__ लड़ें सीमा पर हम,पातकी जाएगा थम,कारवाँ चले…

हरिहरण घनाक्षरी -बाबूलालशर्मा ‘विज्ञ’

घनाक्षरी छंद विधान: हरिहरण घनाक्षरी -बाबूलालशर्मा 'विज्ञ' हरिहरण घनाक्षरी विधान ३२ वर्ण( ८८८८) प्रतिचरणचार चरण समतुकांतआंतरिक समान्तता अपेक्षितचरणांत लघु लघु ११ हरिहरण घनाक्षरी का उदाहरण . __परिवर्तन__ हे श्याम वर्ण…

विजया घनाक्षरी -बाबूलालशर्मा ‘विज्ञ’

घनाक्षरी छंद विधान: विजया घनाक्षरी -बाबूलाल शर्मा 'विज्ञ' विजया घनाक्षरी विधान ३२ वर्ण (८८८८) प्रतिचरणचार चरण समतुकांतआंतरिक समान्तता होचरणांत नगण १११ विजया घनाक्षरी विधान का उदाहरण तिरंगा चाह कफन भारत…

कृपाण घनाक्षरी -बाबूलालशर्मा ‘विज्ञ’

घनाक्षरी छंद विधान: कृपाण घनाक्षरी -बाबूलालशर्मा 'विज्ञ' कृपाण घनाक्षरी विधान ३२ वर्ण(८८८८) प्रतिचरणचार चरण समतुकांत८,८,८,८ पर यति हो, एवंचारो यति समतुकांत अनिवार्यचरणांत गुरु लघु २१ (गाल) कृपाण घनाक्षरी विधान का…

डमरू घनाक्षरी -बाबूलालशर्मा ‘विज्ञ’

घनाक्षरी छंद विधान: डमरू घनाक्षरी -बाबूलालशर्मा 'विज्ञ' डमरू घनाक्षरी विधान ३२ वर्ण(८८८८) प्रतिचरण१६,१६,वर्ण पर यतिचार चरण समतुकांतसमस्त वर्ण मात्रा विहीन हो डमरू घनाक्षरी विधान का उदाहरण हँसत नट चल पथ…

मदन घनाक्षरी -बाबूलालशर्मा ‘विज्ञ’

घनाक्षरी छंद विधान: मदन घनाक्षरी -बाबूलालशर्मा 'विज्ञ मदन घनाक्षरी विधान ३२ वर्ण (८८८८) प्रतिचरण१६,१६ वर्ण पर यतिचार चरण समतुकांतचलणांत २२ गुरु गुरु मदन घनाक्षरी विधान का उदाहरण __नीर जरूर बचाएँ__…

रूप घनाक्षरी -बाबूलालशर्मा ‘विज्ञ’

घनाक्षरी छंद विधान: रूप घनाक्षरी -बाबूलालशर्मा 'विज्ञ' रूप घनाक्षरी का विधान विधान:- ३२ वर्ण (८८८८) प्रतिचरण१६,१६ वर्ण पर यतिचार चरण समतुकांतचरणांत गुरु लघु (गाल) रूप घनाक्षरी का उदाहरण __भारती वंदन__…