Posted inहिंदी कविता
सायली विधा में रचना – मधुमिता घोष
सायली विधा में रचना - मधुमिता घोष बचपनबीत गयाआई है जवानीउम्मीदें बढ़ीसबकी. चलोउम्मीदों केपंख लगा करछू लेंआसमाँ. आँखेंभीगी आजयादों में तेरीखो गयेसपने. सपनेखो गयेइन आँखों केबिखर गईआशायें. मधुमिता घोष…