सायली विधा में रचना – मधुमिता घोष

सायली विधा में रचना - मधुमिता घोष बचपनबीत गयाआई है जवानीउम्मीदें बढ़ीसबकी. चलोउम्मीदों केपंख लगा करछू लेंआसमाँ. आँखेंभीगी आजयादों में तेरीखो गयेसपने. सपनेखो गयेइन आँखों केबिखर गईआशायें.   मधुमिता घोष…

चल मेरे भाई – वन्दना शर्मा

चल मेरे भाई - वन्दना शर्मा चलो आज गुजार लेते हैं कुछ खुशी के लमहे,बन जाते हैं एक बार फिरसिर्फ इंसान,और चलते हैं वहाँउसी मैदान में जहाँ,राम और रहीम एक…

आईना पर कविता – कुमुद श्रीवास्तव वर्मा

आईना पर कविता - कुमुद श्रीवास्तव वर्मा HINDI KAVITA || हिंदी कविता हमको, हमीं से मिलाता है आईना. इस दिल के जज्बात बताता है आईना. हुआ किसी पे फिदा ,ये…

हार कर जीतना – पूनम दुबे

हार कर जीतना - पूनम दुबे HINDI KAVITA || हिंदी कविता सही तो है हार कर भी,मैं जीत रही हूं,तुम्हारे लिए कभी बच्चों,के लिए कभी परिवार ,के लिए मैं हार…

आखिर कब आओगे – रश्मि शर्मा

आखिर कब आओगे - रश्मि शर्मा kavita bahar मुझे अकेला छोड़कर कहाँ जाओगे तुम,इन्हीं राहों में खड़ी हुँ कभी तो मिलोगे तुम। छोटी सी बात पर आंख फेर ली तुमने,कब…

मुसाफिर पर कविता

 चल मुसाफिर चल-केवरा यदु "मीरा " जिन्दगी  काँटों भरी है चल मुसाफिर चल ।गिर गिर कर उठ संभल मुसाफ़िर चल । लाख तूफाँ आये तुम रूकना नहीं।मंजिलों की चाह  है…

साल पर कविता

साल ही तो है कुछ को होगी ख़ुशी, कोई ग़म से भर जाएगान जाने ये नया साल भी, क्या कुछ कर जाएगा कुछ अरमान होंगे पूरी इसमें उम्मीद है हमेंऔर…
atal bihari bajpei

महामानव अटल बिहारी बाजपेयी पर कविता

महामानव अटल बिहारी बाजपेयी पर कविता अटल बिहारी वाजपेयी मानवता के प्रेणता थे।            राष्ट के जन नेता थे।भारत माँ के थे तुम लाल।       प्रजातंत्र में किया कमाल।।विरोधी भी कायल थे।         दुश्मन…

मैं हर पत्थर में तुम्हीं को देखता हूँ

मैं हर पत्थर में तुम्हीं को देखता हूँ, मैं हर पत्थर में तुम्हीं को देखता हूँ,जब आँखों से मोहब्बत देखता हूँ।अब जल्दी नहीं कि सामने आओ मेरे,मैं तो तस्वीर भी…