सुनो एक काम करते हैं

सुनो एक काम करते हैं सुनो एक काम करते हैं दोनों भाग जाते हैंचलेंगे उस जगह पे हम जहां सब मुस्कुराते हैंबहारों का हंसी मौसम जहाँ हर रोज़ रहता होपपीहे पीहू पीहू के जहाँ पे गीत गाते हैं दूर तक फैला हो अम्बर क्षितिज सा इक नज़ारा होबीच खेतों के सुंदर सा वहीं इक घर … Read more

स्वामी जी आपको करते हैं नमन

स्वामी विवेकानंद

स्वामी जी आपको करते हैं नमन स्वामी जी आपको करते हैं नमनस्वीकार कीजिए श्रद्धा सुमन वेदों का पाठ सारे जग को पढ़ायादुनिया में भारत का मान बढ़ायाशिकागो का यादगार सम्मेलनस्वामी जी आपको करते हैं नमन युवाओं को बढ़ने का मार्ग बतायादीन-दुखियों को गले से लगायासेवा में अर्पित किया जीवनस्वामी जी आपको करते हैं नमन रामकृष्ण … Read more

कुछ पल तुम्हारे साथ

कुछ पल तुम्हारे साथ कुछ पल तुम्हारे साथ,बीते लम्हें मेरे साथ,उन यादों को सुन्दर रूपहले,आंचल में समेट कर,चारों तरफ से उसे ओढ़ लेती हूं,और महफूस-महसूस, करती हूं।कितनी बातें तुम्हारे साथ,कितनी यादें तुम्हारे साथ,उन यादों में लड़ना झगड़ना,और खुद से ही शरमा जाना। कितनी मीठी बातें तुम्हारी,कितनी यादें प्यार भरी ,गुनगुनी धूप सी अलसाई सी,वहां से … Read more

हे युवा उठो चलो जागो

स्वामी विवेकानंद

हे युवा उठो चलो जागो कितनी बातें लिखेंगे??कितनी…. ईमानदारी से।डीजिटल हुई भावनाएँ,इंटरनेट की पहरेदारी से। कुछ बंधक है कुछ ग्रस्त,कुछ तो.. फसे भारी त्रस्त।जाने चहरे की वेदनाएँ क्यों,स्टेट्स के रास्ते गई व्यस्त। किसे फर्क पड़ता,कौन??किसने परोसा है आघात वज्र।युवा क्रांति लुप्त ना हो जायें,सोशल मीडिया क्षरण है बज्र। कुछ तो योग हो,कुछ ध्यान,हिमालय से उच्च … Read more

प्रिय का अनुपम श्रृंगार

प्रिय का अनुपम श्रृंगार चंदन, कालीयक, अंगरू, सुगंध मिल,क्या खूब बना है अंगराग।स्नान के जल पुष्प से सुरभित,लो कर लिए तुमने जलविहार,देख मेरा मन बोल उठा अब,प्रिय का अनुपम श्रृंगार ।। केसर,कमल,मंदार,शिरीष सब,शरीर की सज्जा बढ़ाती है,मुंह सुगंधित करने को तूम,तांबुल, पान जो खाती है,कानों में शोभित है झुमके,शोभ रहा नौलखा हार,देख मेरा मन बोल … Read more