Tag: #बाँके बिहारी बरबीगहीया
-
दिवाली पर कविता हिन्दी में
दिवाली पर कविता हिन्दी में नीचे दिए जा रहे हैं दीपावली पर दोहे *दीपक* एक जलाइये, तन माटी का मान।मन की करिये वर्तिका, ज्योति जलाएँ…
-
पवित्र प्रेम पर कविता
पवित्र प्रेम पर कविता रचनाकार- बाँके बिहारी बरबीगहीया राज्य -बरबीघा बिहार (पुनेसरा ) एक कपोत ने आकर हमसे कह डाले सब प्रेम की बात कुछ…
-
प्रेम उत्तम मार्ग है पर कविता
प्रेम उत्तम मार्ग है पर कविता अन्नय प्रेम है तुझसे रीतेरे स्वर लहरी की मधुर तान।तुम प्रेम की अविरल धारा होमुख पे तेरी है मिठी…
-
बिहार बरबीघा (पुनेसरा) के कवि बाँके बिहारी बरबीगहीया द्वारा रचित कविता तुम और चाँद जो निश्छल प्रेम पर कविता को को दर्शाता है ।।
निश्छल प्रेम पर कविता चाँद तू आजा फिर से पास मेरेबिन तेरे जिन्दगी अधूरी है ।खोकर तुम्हें आज मैंने जाना हैमेरे लिए तू कितनी जरूरी…
-
विरह पर कविता
विरह पर कविता प्रेम में पागल चाँद से चकोर प्यार करे ।उम्र भर देखे शशि को उसका हीं दीदार करे । हिज्र एक पल का…
-
रामराज्य पर कविता -बाँके बिहारी बरबीगहीया
रामराज्य पर कविता सप्तपुरी में प्रथम अयोध्या जहाँ रघुवर अवतार लिए।हनुमत, केवट, गुह , शबरीसुग्रीव को हरि जी तार दिए।गौतम की भार्या अहिल्या कोचरण लगा उद्धार …
-
बाँके बिहारी बरबीगहीया – छठ पर्व आधारित कविता
छठ पर्व आधारित कविता शुक्ल पक्ष पष्ठी तिथि कोकार्तिक मास में आती है ।सूर्य की प्रिय बहन प्रकृति छठी मईया कहलाती है ।सूर्योपासना का महान पर्व…
-
हरि का देश छत्तीसगढ़-बाँके बिहारी बरबीगहीया
हरि का देश छत्तीसगढ़ आर्यावर्त के हृदय स्थल परछत्तीसगढ़ एक नगर महान।कर्मभूमि रही श्रीराम प्रभु कीसंत गाहीरा,घासीदास बड़े विद्वान।संस्कृति यहाँ की युगों पुरानीअदृतीय धरा यह…
-
नई राह पर कविता- बांकेबिहारी बरबीगहीया
नई राह पर कविता धन को धर्म से अर्जित करनातुम परम आनंद को पाओगे।सुख, समृद्धि ,ऐश्वर्य मिलेगी तुम धर्म ध्वजा फहराओगे।जीवन खुशियों से भरा रहेगायश के…
-
बाँके बिहारी बरबीगहीया- दीपावली में एकता का सन्देश
दीपावली में एकता का सन्देश शुभ दिन आज दीपोत्सव आयाअपने संग खुशी उमंग को लाया।सजा-धजा हर घर का कोनारंग-बिरंगी खुशियाँ है लाया।आपसी बैर कटुता को…