सुबह हुई है देखो भाई, पशु पक्षियों ने कक्षा लगाई, कौवा बोला ‘क’ से मैं, कोयल बोली ‘क’ से मैं, कबूतर बोला ‘क’ से मैं, ख से मैं हूँ खरगोश, बोला सब हो जाओ खामोश, न करो तुम आपस में लड़ाई, हमने अपनी अपनी पहचान बनाई, ‘ग’ से बोले गधे भाई, एकता में है शक्ति समाई इतने में आये घोड़े महाराज, सुंदर कपडे पहन कर साज, आपस में मत उलझो भाई, मिलजुल कर हम करेंगे पढ़ाई, रानी,रोशन हमसे सीखेंगे झूम झूम पढ़ लिख कर उनका निखरेगा रूप, घूम घूम कर हम पढ़ाई का महत्व समझायेंगे ., हर बच्चे को पाठशाला भिजवाएंगे।।
मैंने चाहा तुमको हद से, कोई खता तो नहीं। मैंने मांगा मेरे राम से कोई ज्यादा तो नहीं। तू समझे या ना समझे तू चाहे या ना मुझे चाहे इसमें कोई वादा तो नहीं।
तेरी भोली बातें सुनूं, या देखूं ये निगाहें कैसे संभालूं दिल को, कैसे छुपाऊं आहें। तेरे पास पास रहूं, तेरे साथ साथ चलूं इसकी कोई वजह तो नहीं।
तुम मेरे कल हो, और आज हों अभी, तुमसे मेरे काम हो, आराम हो अब सभी। तुमसे हर बात कहूं , पूरे दिन सात कहूं। तुझे ना सोचूं कोई ऐसी जगह तो नहीं।
हमारे देश में घर-घर में क्रिकेट मैच देखा जाता है क्रिकेट मैच के दौरान टीवी देखते वक्त घर का माहौल खास हो जाता है। पति पत्नि का नोक झोंक और क्रिकेट का वर्णन करती हुई मनीभाई का यह कविता जरूर पढ़िए।
क्रिकेट पर कविता| POEM ON CRICKET IN HINDI
क्रिकेट का खेल है, रोमांच से भरपूर। दिल धड़कने को , हो जाता है मजबूर ।।
चीखें निकलती जब खिलाडी होता आउट। और मन में छा जाता , बेचैनी का क्लाउड।
छक्के लगे ताली बजी, आंखे तरेरे बीवी। रिमोट छीनकर बोले, मैं अब देखूंगी टीवी।।
बोलती सदा, इस क्रिकेट ने किया नुकसान। लगता है इस देश के लिए , ये धर्म से महान।
मैं कहूं कुछ काम नहीं, टीवी देखने के सिवा। एक ही झटके में वो हो जाती मुझसे खफा।।
उसी मौके एक खिलाड़ी ने फिर मारा छक्का। एक बार फिर उसको लगा जोरों का धक्का।।
खेल के रोमांच देख पूछ लिया कहां का मैच। उसी समय विरोधी खिलाड़ी ने लपका कैच।।
मैं और क्या करता, मेरे रंग में भंग पड़ गया। क्रिकेट देखते देखते , कब उससे लड़ गया ?
भारत पाक के मैच जैसे, अब है गहमागहमी। लाइट के चले जाने से, बढ़ गई और गरमी ?
लाइट के आने से, फिर मन में उल्लास छाया। बीवी का गुस्साया चेहरा भी, मुझे अति भाया।
रिमोट दे बीवी को, बैठ गया मैं उससे सटकर। उसने भी क्रिकेट देखी, रिमोट पकड़े कसकर।।
परिवार संग क्रिकेट देखने का अलग ही मजा है । जीते तो घर में पार्टी, और हारे तो लगता सजा है।