जय हो तेरी बाँके बिहारी
जय हो तेरी बाँके बिहारी माँखन तुमने बहुत चुराए, बांसुरी तुमने बहुत बजाए,गोपियों को तुम बहुत सताए,माँ को उलहन बहुत सुनाए,ऐसी लीला करके गिरधर, पावन कर दीए धरा हमारी, जाऊँ मैं तुझपे बलिहारी,जय हो तेरी बाँके बिहारी ।। बचपन में पुतना को मारे, कालिया नाग को भी उद्धारे अमिट कर दीए सुदामा की मित्रता, … Read more