शीत ऋतु पर हाइकु – धनेश्वरी देवांगन

शीत ऋतु पर हाइकु – धनेश्वरी देवांगन

हाइकु

         सिंदुरी भोर
     धरा के मांग  सजी
        लागे दुल्हन

        नव रूपसी
     दुब मखमली  सी
       छवि न्यारी  सी 

        कोहरा छाया
    एक पक्ष वक्त  का
      दुखों  का साया

        शीत अपार
    स्वर्णिम रवि रश्मि
       सुख स्वरूप

       ओस के मोती 
     जीवन के  सदृश
         क्षण भंगुर

धनेश्वरी देवांगन

कविता बहार

"कविता बहार" हिंदी कविता का लिखित संग्रह [ Collection of Hindi poems] है। जिसे भावी पीढ़ियों के लिए अमूल्य निधि के रूप में संजोया जा रहा है। कवियों के नाम, प्रतिष्ठा बनाये रखने के लिए कविता बहार प्रतिबद्ध है।

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