कुण्डलियाँ शीत में निर्धन का वस्त्र- अखबार जनवरी 5, 2021 शीत में निर्धन का वस्त्र -अखबार काया काँपे शीत से, ओढ़े तन अखबार। शीत लहर है चल रही, पड़े ठंड की मार। पड़े ठंड की मार, नन्हा सा निर्धन बच्चा। शीत…
कविता शीत ऋतु का अंदाज दिसम्बर 6, 2020 शीत ऋतु का अंदाज शीत ऋतु की ठंडी हवाएं,लगता मानो शरीर को चीर के निकल जाए।ठिठुरते-कांपते शरीर में भी दर्द हो जाता,जब सर्दी का पारा ऊपर चढ़ जाता। !-->!-->!-->!-->!-->…
कविता जड़कल्ला के बेरा -छत्तीसगढ़ी कविता नवम्बर 11, 2020 आगे रे दीदी, आगे रे ददा, ऐ दे फेर जड़कल्ला के बेरा। गोरसी म आगी तापो रे भइया , चारोखुँट लगा के घेरा॥ रिंगीचिंगी पहिरके सूटर,नोनी बाबू ल फबे हे। काम…