रक्त दान पर दोहे
रक्त दान हम सब करे,तन को चंगा पाय।
खुद को होवे लाभ जी,दूसर जान बचाय।।
डॉक्टर हर दिन ये कहे,मानव होत महान।
पर हितकारी ध्यान में,करे रक्त का दान।।
जान बचे है तीन की,दान करे जब एक।
भले काम को सब करे,कहते बात हरेक।।
नर नारी के देह में,दस यूनिट का रक्त।
ए बी सी ओ नाम है,ज्ञान रहे हर वक्त।।
खून रहे जब अल्प तो,मानव तन घबराय।
मानुष का तन ठीक हो,डॉक्टर खून चढ़ाय।।
रुधिर दान को तब करे,तन ना आवे आँच।
महा दान को जब करे,रक्त खूब हो जाँच।।
राजकिशोर धिरही
तिलई,जांजगीर
कविता बहार से जुड़ने के लिये धन्यवाद