शाकाहारी भोजन/ हरि प्रकाश गुप्ता

Vegetable Vegan Fruit

शाकाहारी भोजन अपनाइए

भोजन अपनी अपनी पसंद का सभी का होता है।
कोई मांसाहारी तो कोई शाकाहारी होता है ।।
कुछ कहते मांसाहारी अच्छा होता है।
कोई शाकाहारी को अच्छा कहता है ।।
अपनी अलग-अलग सोच पर सभी कुछ निर्भर करता है।
कहते हैं और सुना जंगली जानवर
मांसाहारी होते हैं।
फिर इंसान शाकाहारी छोड़
क्यों मांसाहारी होते हैं।।
शाकाहारी भोजन कर जीव जंतु की रक्षा बहुत जरूरी है।
जीव जंतु का मांस खाना नहीं कोई मजबूरी है।।
ईश्वर ने हमको जन्म दिया और खूबसूरत
खेत – खलिहान दिए।
सभी किसानों ने मिलकर अन्न उसमें उगाने का काम किए ।।
एक से बढ़कर बिटामिन भरपूर
प्रकृति ने हमें खाने का सामान दिया।
फिर न जाने कैसे और क्यों हमने मांस खाना शुरू किया।।
जिस जीव जंतु को मारा जाता
उसका दर्द कभी सुनकर देखो।
मांसाहारी छोड़ कोई तो शाकाहारी बनकर तो देखो।।
तड़पा तड़पा कर जीव-जंतु को मारना ठीक नहीं है।
अपने स्वादिष्ट भोजन के खातिर उन्हें
मारना उचित नहीं है।।
शाकाहारी भोजन ईश्वर को भी खूब भाता है।
जीव जंतु को मारकर खाना
ईश्वर नाराज हो जाता है।।
सबसे बढ़िया सबसे अच्छा शाकाहारी भोजन अपनाइए।
मांसाहारी छोड़ अपने को शाकाहारी बनाइए।।
भोजन अपनी अपनी पसंद का सभी का होता है।
कोई मांसाहारी तो कोई शाकाहारी होता है ।।

हरि प्रकाश गुप्ता “सरल”
भिलाई छत्तीसगढ़

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