मनहरण घनाक्षरी -बाबूलालशर्मा ‘विज्ञ’
घनाक्षरी छंद विधान: मनहरण घनाक्षरी -बाबूलालशर्मा ‘विज्ञ’ मनहरण घनाक्षरी विधान:– ८, ८, ८, ७ (आठ,आठ, आठ,सात) वर्ण संयुक्त वर्ण एक ही माना जाता है। कुल ३१वर्ण, १६, १५, पर यति हो,( , ) पदांत गुरु(२) अनिवार्य है, चार पद सम तुकांत हो, चार पदों का एक छंद कहलाता है। मनहरण घनाक्षरी का उदाहरण होली रूप … Read more