Tag: #दूजराम साहू

यहाँ पर हिन्दी कवि/ कवयित्री आदर०दूजराम साहू के हिंदी कविताओं का संकलन किया गया है . आप कविता बहार शब्दों का श्रृंगार हिंदी कविताओं का संग्रह में लेखक के रूप में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा किये हैं .

  • सखी रे तीज पर्व आया है( दूजराम साहू)

    सखी रे तीज पर्व आया है

    सखी रे तीज पर्व आया है,
    भाई उपहार लाया है !
    गुँज रहीं सारी गलियाँ,
    बचपन याद आया है !!

    बरसों बाद मिलीं सखियाँ ,
    पुरानी बातें याद आयी !
    हँसी – ठिठोली कर रही है,
    देखों फिर बचपन आया है !!

    ये पावन पर्व आया है,
    भाई घर मनाना है !
    सदा सुहागन की आशीष
    परमेश्वर से पाना है !!

    दूजराम साहू
    निवास -भरदाकला(खैरागढ़)
    जिला – राजनांदगाँव (छ.ग.)

  • नन्ही कदमों पर कविता

    नन्ही कदमों पर कविता

    नन्ही कदमों से कोसों चले
    माँ की आंचल पकड़े -पकड़े !
    और कितनी दूर जाना है माँ
    कुछ चलकर हो जाते खड़े !!

    माँ बोली थोड़ी दूर और ..
    बेटा हमको चलना है !
    एक बार पहुँच गये तो
    फिर वही पर ठहरना है !!
    चुभती गर्मी तपती सड़कें
    नंगे कदमों पर पड़े हैं छाले !
    लंगड़ाते कई बार गिरा
    माँ की उंगली बना सहारे !!
    कैसी विचित्र खेल है देखों?
    थरथर -थरथर पांव कांपे!
    निकल पड़े हैं भूखे-प्यासे
    नंगे पांव दोनों सड़कें मापें !!
    एक लक्ष्य बस घर पहुँचना
    पहुंचे बिना नहीं रूकना!
    मन में है दृण विश्वास
    माँ बेटे जिंदगी से लड़े !!
    नन्ही कदमों से कोसों चले
    माँ की आंचल पकड़े- पकड़े!
    और कितनी दूर जाना है माँ
    कुछ चलकर हो जाते खड़े !!

    दूजराम साहू
    निवास भरदाकला
    तहसील खैरागढ़
    जिला राजनांदगाँव

    🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

  • कोरोना पर कविता “खट्टी-मीटी “

    कोरोना पर कविता

    छीन लिया तूनें रोजी रोटी , सुख-चैन भी छीन लिया !

    छीन लिया आँखों की नींद ,भोजन-भजन भी छीन लिया !!

    Corona rescue related ||कोरोना बचाव सम्बंधित
    Corona rescue related ||कोरोना बचाव सम्बंधित

    बम से भी खतरनाक है तू , तोप तलवार में ऐसा क्षमता नहीं !

    कौनसी शक्ति तुझमें है रे ,तेरा रफ्तार  क्यों थमता नहीं !!

    बेबस हुआ डाक्टर इंनजिनियर, तंत्र- यंत्र अब क्या करे ?

    बेबस हुआ सारे जहाँ, सारी उपकरण रह गये हाथ धरे !!

    थम गई संसार की गति, रेल, जहाज ,बसे की पहिया थमी !

    आव भगत मित्रता थमी, राशन पानी की अब हुई कमी !!

    दुनिया में हाहाकार मचा दिया, सारा जहाँ दहला दिया !

    कम करदी जीने की आश, मौत का खौफ दिखा दिया !!

    बंद कर  अब अपना तांडव, नहीं तो नामो निशान मिट जायेगा !

    प्रण लिया है सारे विश्व मिलकर, तूझे जड़ से मिटायेगा !!

    ################################                        :::: मीठी::: ………………………………………………….

    एक काम तूने अच्छा किया, बनाई प्रकृति की संतुलन  !

    कर लिया  प्रकृति सोलह श्रृंगार, लग रही अब यौवन !!

    नदियों की जल अब निर्मल हो गई , स्वच्छ हुआ अब सागर !

    झील ताल सब निर्मल हो गई, हरियाली आई वनों पर !!

    पंछियाँ अब कलरव करती ,चमन में भंवरों का शोर हुआ !

    शुद्ध हुआ  वायुमंडल, स्पवच्छ पर्यावरण चारो ओर हुआ !

    अपनी  कुकर्मो का मानव,  तू भोग  रहा हैं फल !

    सबक नहीं लिया अभी भी , तो नहीं बचेंगे कल !!

    दूजराम साहू

    निवास -भरदाकला

    तहसील -खैरागढ़

    जिला -राजनांदगाँव (छ ग)

  • कोरोना में दीप जलाये फिर से यार

    कोरोना में दीप जलाये फिर से यार

    चलो दीप जलाए फिर से यार
    की जगमग दीप जले
    कोरोना दूर भगाओ घर से यार
    की जगमग द्वार करें……

    5 अप्रैल दिन रविवार
    रात 9 बजे सब दीप जलाए
    9 मिनट बीजली बुझाओ मेरे यार
    कि जगमग दीप जले ……

    कोरोना योद्धाओं की मनोबल बढ़ाओ
    कोरोना रुपी तम को दूर भगाओ
    सोशल डिस्टेंस का रखो तुम ख्याल
    की जगमग द्वार करे ……

    हम तो हैं घर में लाकडाउन
    वीर लड़ रहे हैं जाके ग्राऊंड
    जल्दी हट जाए सब अंधियार
    कि जगमग द्वार करें….

    दूजराम साहू
    निवास -भरदाकला
    तहसील- खैरागढ़
    जिला -राजनांदगाँव (छ. ग.)

  • संस्कृति पर कविता

    संस्कृति पर कविता

    अपनी संस्कृति अपनाओ,
    अपना अभिवादन अपनाओ!
    जब भी मिले दूसरो से ,
    हाथ जोड़ मुस्कुराओ !!
    हाथ जोड़ मुस्कुराओ,
    कोरोना दूर भगाओ!
    हाथ धोये साबुन से
    थोड़ा न घबराओ !!
    कहे दूजराम पुकार के ,
    सावधानी अपनाओ!
    खांसते मास्क लगाओ
    कोरोना दूर भगाओ !!

    दूजराम साहू
    निवास -भरदाकला
    तहसील -खैरागढ़
    जिला- राजनांदगाँव (छ.ग. )