मैं तो हूं केवल अक्षर पर कविता

अक्षर पर कविता मैं तो हूं केवल अक्षरतुम चाहो शब्दकोश बना दो लगता वीराना मुझकोअब तो ये सारा शहरयाद तू आये मुझकोहर दिन आठों पहर जब चाहे छू ले साहिलवो लहर सरफ़रोश बना दो अगर दे साथ तू मेरागाऊं मैं गीत झूम केबुझेगी प्यास तेरी भीप्यासे लबों को चूम के आयते पढ़ूं मैं इश्क़ कीइस … Read more

साजन की याद में कविता -केवरा यदु मीरा

साजन की याद में कविता रिमझिम बरखा के आने से प्रिय याद तुम्हारी आई।मेरे मन के आँगन में फिर गूँज उठी शहनाई।प्रिय याद तुम्हारी आई।। बाट जोहती साँझ सबेरे आयेंगे अब साजन।मन ही मन मैं झूमती गाती बजते चूड़ी कंगन।रिमझिम रिमझिम बूँदिया बरसे हो ——– संग चले पुरवाई प्रिय याद तुम्हारी आई।। कजरा गजरा माथे … Read more

चाँदनी और लाल परी पर कविता

चाँदनी और लाल परी पर कविता चौदहवीं का चाँद है तू कहूँ या कुदरत की जादूगरी ।जन्नत से इस धरती पर तू किसके लिये उतरी ।। ओ मेरी चाँदनी ओ मेरी लाल परी। रूप सलोना ऐसा जैसे खिलता हुआ गुलाब ।लाल परी है तू रानी तेरा नहीं जवाब ।तुझे देख कर गोरी हमने ऽऽऽतुझे देख … Read more

राधा की पुकार गीत/ केवरा यदु “मीरा “

radha shyam sri krishna

राधा की पुकार गीत / केवरा यदु “मीरा “ राधा पुकारे  तोहे  श्याम  हाथ जोड़  कर।आ जाओ  मोहन  प्यारे  मथुरा  को छोड़  कर।।आ जाओ  मोहन  प्यारे मथुरा को छोड़ कर । रूठ गई निंदिया  श्याम  , चैनों  करार भी।प्रीत  जगाके  काहे  मुझको  बिसार दी।भूल  नहीं  जाना कान्हा  दिल से नाता  जोड़ कर।। आ जाओ  मोहन  … Read more

संयुक्त राष्ट्र संघ का सपना -बृजमोहन श्रीवास्तव “साथी”

संयुक्त राष्ट्र संघ का सपना संयुक्त राष्ट्र संघ का सपना ,                मानव श्रेष्ठ बनाना है ।शोषण कोई नही कर पाये ,         जन जन को बतलाना है ।। भूख गरीबी लाचारी में ,            जो जन जीवन जीता है ।सच मानो वो … Read more