मैं तो हूं केवल अक्षर पर कविता
अक्षर पर कविता मैं तो हूं केवल अक्षरतुम चाहो शब्दकोश बना दो लगता वीराना मुझकोअब तो ये सारा शहरयाद तू आये मुझकोहर दिन आठों पहर जब चाहे छू ले साहिलवो लहर सरफ़रोश बना दो अगर दे साथ तू मेरागाऊं मैं गीत झूम केबुझेगी प्यास तेरी भीप्यासे लबों को चूम के आयते पढ़ूं मैं इश्क़ कीइस … Read more