केवरा यदु मीरा की कविता
कृष्ण के भजन सुन कान्हा मेरी यादतुमको आती तो होगी।ओ पूनम की रात तुम्हेंरुलाती तो होगी ।सुन कान्हा—– तान छेड़ बंशी कीतुम मुझे बुलाये थे।बाहों में बाँहे डालेतुम रास रचाये थे।वो पायल की रुन झुनतुम्हें बुलाती तो होगी ।सुन कान्हा मेरी यादतुमको आती तो होगी ।। बैठ कदंब के छाँवतुम बंशी बजाते थे।राधे राधे की … Read more