मां विषय पर दोहे – रामेश्वर प्रसाद’करुण’दौसा
*विषय*- *माँ*
(मई के दूसरे रविवार)
(मातृ दिवस)
*छंद*- *दोहा*
यहाँ माँ पर हिंदी कविता लिखी गयी है .माँ वह है जो हमें जन्म देने के साथ ही हमारा लालन-पालन भी करती हैं। माँ के इस रिश्तें को दुनियां में सबसे ज्यादा सम्मान दिया जाता है।
*विषय*- *माँ*
(मई के दूसरे रविवार)
(मातृ दिवस)
*छंद*- *दोहा*
दिनांक 08/05/21
मातृ दिवस पर विशेष
*विधा – चौपाई*
*विषय – माता*
*प्रसव वेदना सहकर माता*
Beena .M
MA , MPhil Hindi
Hindi Lecturer
Palakkad,kerala
Beena .M
MA , MPhil Hindi
Hindi Lecturer
Palakkad,kerala
माँ कामाख्या की कथा =================माँ कामाख्या की कथा, बता रहा है दीन। जिसकी सम्पति लुट चुकी, तन-मन भी है क्षीन।। यही दीन ऋण बोझ से , था संतप्त मलीन। सूदखोर प्रति दिन कहे , सूद पटा दे दीन।। था गरीब पर आन थी, उसकी भी कुछ शेष। माँ कामाख्या की करे, पूजा नित्य विशेष।। साहूकार … Read more