अनुच्छेद 47
अनुच्छेद 47 अनुच्छेद संतालिस पढ़, भारतीय संविधान|नशा नियंत्रण सत्ता करे, कर रहा है बखान||कर रहा है बखान, इसे लागू करवाओ|नशों से कर के मुक्त, धरती को स्वर्ग … Read more
यहाँ पर हिन्दी कवि/ कवयित्री आदर 0 #विनोद सिल्ला के हिंदी कविताओं का संकलन किया गया है . आप कविता बहार शब्दों का श्रृंगार हिंदी कविताओं का संग्रह में लेखक के रूप में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा किये हैं .
अनुच्छेद 47 अनुच्छेद संतालिस पढ़, भारतीय संविधान|नशा नियंत्रण सत्ता करे, कर रहा है बखान||कर रहा है बखान, इसे लागू करवाओ|नशों से कर के मुक्त, धरती को स्वर्ग … Read more
नहीँ बताई समाचारों मेंअमितभ बच्चन कीलम्बाई भी बताई अटल बिहारी वाजपेयी कीकविताई भी बताई टाटा, बिड़ला, अम्बानी कीकमाई भी बताई मोदी की लाखों के सूट कीसिलाई भी बताई नेहरु के कपड़ों कीधुलाई भी बताई संजय दत्त की जेल सेरिहाई भी बताई पक्ष-विपक्ष की संसद मेंखिंचाई भी बताई परन्तु गरीबों की भुखमरी सेलड़ाई नहीं बताई -विनोद … Read more
लोकतंत्र की हत्या आज भी सजा था मंचसामने थे बैठेअसंख्य श्रद्धालुगूंज रही थींमधुर स्वर लहरियाँभजनों कीआज के सतसंग मेंआया हुआ थाएक बड़ा नेताप्रबंधक लगे थेतौल-मौल मेंप्रवचन थे वही पुरानेकहा गया ‘हम हैं संत’संतों ने क्या लेनाराजनीति सेसमस्त श्रद्धालुओं नेकिया एक तरफा मतदानतब उस मठाधीश कोकितने मामलों मेंमिला जीवनदानभले ही हो गईलोकतंत्र की हत्या-विनोद सिल्ला©कविता बहार … Read more
चुनाव का बोलबाला हर गली में बोलबाला है।अब वक्त बदलने वाला है।।जो चुनाव नजदीक आ गया,बहता दारू का नाला है।।उन्हें वोट चाहिए हर घर से,हर महिला इनकी खाला है।।साम, दाम, दण्ड, भेद अपनाए,सच की छाती पर छाला है।।झुग्गी में नेता रोटी खाए,समझ लो गड़बड़ झाला है।।कल चाहे ये बलात्कार करें,आज बहन हर एक बाला है।।ये … Read more
हादसों का शहर ये शहर हादसों का शहर हो न जाए।अमन पसंद लोगों पर कहर हो न जाए।।न छेड़ बातें यहां राम औ रहीम की,हिन्दू और मुसलमां में बैर हो न जाए।।अमृत सा पानी बहे इन दरियाओं में,आबो हवा बचाओ सब जहर हो न जाए।।गोलियों की आवाजें सुन ही जाती हैं,पूरी इन्सानियत ही ढेर हो … Read more