ये है मेरा वतन
ये है मेरा वतन मेरा गंगा जमन ।
ये देश है गौतम गांधी का
ये देश है नेहरू शास्त्री का
यहाँ तिरंगा प्यारा है।
यहाँ गंग यमुन की धारा है ।
ये मेरा तन मन मेरा जीवन ।
ये है मेरा वतन मेरा गंगा जमन
यहाँ तुलसी और कबीर है
यहाँ प्रीत का रंग अबीर है
यहाँ राम और रहीम है
यहाँ कृष्ण और करीम है।
यहाँ गीता और कुरान है
यहाँ बाइबल और अजान है
मेरे माथे का है चंदन ।
ये है मेरा वतन मेरा गंगा जमन ।
ये मेरी भारत माता है ।
यहाँ सभी जन गण मन गाता है
यहाँ खेतों की हरियाली है
पर्वत पर केसर की क्यारी है
यहाँ होली और दिवाली है
यहाँ ईद और कव्वाली है।
मेरे वतन की माटी को वंदन।
ये है मेरा वतन मेरा गंगा जमन ।
केवरा यदु “मीरा “