हिंदी कविता मैं रीढ़ सा जुडा इस धरा से कविता बहार Jun 16, 2019 0 मैं रीढ़ सा जुडा इस धरा सेमैं रीढ़ सा जुडा इस धरा से,। मैं मरुं नित असहनीय पीडा से, मैं गुजरता नित…
गेय कविता इश्क़ के रोग की गर तू जो दवा बन जाए कविता बहार Jun 16, 2019 0 इश्क़ के रोग की गर तू जो दवा बन जाए ।रात दिन भीगते है बिन तेरे मेरे नैनाबिन तेरे मिलता नही मुझको अब कही चैनाहर…
हिंदी कविता सुलगता हुआ शहर देखता हूँ कविता बहार Jun 16, 2019 0 सुलगता हुआ शहर देखता हूँ इधर भी उधर भी जिधर देखता हूँ,सुलगता हुआ हर शहर देखता हूँ,कहीं लड़ रहे हैं…
हिंदी कविता माँ गंगा का अवतरण दिवस कविता बहार Jun 16, 2019 0 यहाँ माँ पर हिंदी कविता लिखी गयी है .माँ वह है जो हमें जन्म देने के साथ ही हमारा लालन-पालन भी करती हैं। माँ के इस…
हिंदी कविता तुम पर लगे इल्जामातमुझे दे दो कविता बहार Jun 16, 2019 0 तुम पर लगे इल्जामातमुझे दे दोतुम अपने अश्कों की सौगातमुझे दे दोअश्कों में डूबी अपनी हयातमुझे दे दोजिस…
हिंदी कविता मेरे वो कश्ती डुबाने चले है कविता बहार Jun 16, 2019 0 मेरे वो कश्ती डुबाने चले हैरूठे महबूब को हम मनाने चले है |अपनी मजबूरीया उनकों सुनाने चले है |जो कहते थे…
हिंदी कविता मानवता की छाती छलनी हुई कविता बहार Jun 16, 2019 0 मानवता की छाती छलनी हुईविमल हास से अधर,नैन वंचित करुणा के जल से।नहीं निकलती पर पीड़ा की नदीहृदय के तल…
कंगन की खनक समझे चूड़ी का संसार कविता बहार Jun 16, 2019 0 कंगन की खनक समझे चूड़ी का संसारHINDI KAVITA || हिंदी कवितानारी की शोभा बढ़े, लगा बिंदिया माथ।कमर मटकती है…
दोहा धूल पर दोहे Dr. Sukmoti Chouhan Jun 16, 2019 0 धूल पर दोहेपाहन नारी हो गई,पाकर पावन धूलप्रभु श्रीराम करे कृपा,काँटे लगते फूलमहिमा न्यारी धूल की,केंवट करे…
हिंदी कविता बस तेरा ही नाम पिता कविता बहार Jun 16, 2019 0 बस तेरा ही नाम पिता उपर से गरम अंदर से नरम,ये वातानुकूलित इंसान है!पिता जिसे कहते है मित्रो,वह परिवार की…