लिखना पढ़ना पर कविता
पढ़ना लिखना चाहिए,
जीवन में जी मस्त।
शिक्षित करते हैं सभी,
संकट को जी पस्त।।
संकट को जी पस्त,
होत हैं भारी ताकत।
डरते कभी न भाय,
भगे जी संकट सामत।।
कह कवि अंचल मित्र,
कभी मत डर को गढ़ना।
मंजिल पाना सत्य,
सदा सब लिखना पढ़ना।।
पढ़ना लिखना चाहिए,
जीवन में जी मस्त।
शिक्षित करते हैं सभी,
संकट को जी पस्त।।
संकट को जी पस्त,
होत हैं भारी ताकत।
डरते कभी न भाय,
भगे जी संकट सामत।।
कह कवि अंचल मित्र,
कभी मत डर को गढ़ना।
मंजिल पाना सत्य,
सदा सब लिखना पढ़ना।।
बेहतरीन कविता की पेशकश…..??
आप ऐसे ही सुंदर एवं ज्ञानवर्धक कविता लेकर आते रहिये।
Bahut Sundar Kavita hai sir….
??
Behad sundar kavita hai sir …
Shandar Kavita Sir?
Very nice uncle ??
Bahut khub
Shandaar ,jabardast , jindabaad
Very nice poem
Such an inspirational thought ??
Nice lines uncle ji??
Waah kya baat awasome line uncle ji..??
Ignited thoughts..?