सद्गुरु-महिमा न्यारी जग का भेद खोल दे

सद्गुरु-महिमा न्यारी सद्गुरु-महिमा न्यारी, जग का भेद खोल दे।वाणी है इतनी प्यारी, कानों में रस घोल दे।।गुरु से प्राप्त की शिक्षा, संशय दूर भागते।पाये जो गुरु से दीक्षा, उसके भाग्य…

रोज ही देखता हूँ सूरज को ढलते हुए

रोज ही देखता हूँ सूरज को ढलते हुए दरख्त रोज ही देखता हूँसूरज को ढलते हुए!फिर अगली सुबह ,निकल आता है मुस्कुराकर!नयी उम्मीद और विश्वास लिए,मेरे पास अब उम्मीद भी…

बसन्त और पलाश

बसन्त और पलाश दहके झूम पलाश सब, रतनारे हों आज।मानो खेलन फाग को, आया है ऋतुराज।आया है ऋतुराज, चाव में मोद मनाता।संग खेलने फाग, वधू सी प्रकृति सजाता।लता वृक्ष सब…

तुम्हारे प्यार में कब-कब बिखरा नहीं हूँ मैं

तुम्हारे प्यार में कब-कब बिखरा नहीं हूँ मैं नैनों की झील में इश्क़ का पतवार लियेकौन कहता है कि कभी उतरा नहीं हूँ मैं ?बिखरा तो बहुत हूँ ज़िंदगी के…

कटुक वचन है ज़हर सम

कटुक वचन है ज़हर सम वाणी ही है खींचती भला बुरा छवि चित्रवाणी से बैरी बने वाणी से ही मित्रसंयम राखिए वाणी पर वाणी है अनमोलनिकसत है इक बार तो…

बासंतिक नवरात्रि की आई मधुर बहार

बासंतिक नवरात्रि की आई मधुर बहार बासंतिक नवरात्रि की आई मधुर बहारआह्वान तेरा है मेरी मां आजा मेरे द्वारमंदिर चौकी कलश सज गएदर्शन दे माता दुर्गे होकर सिंह सवार।नौ दिन…

चुनाव का बोलबाला

चुनाव का बोलबाला हर  गली   में   बोलबाला  है।अब  वक्त  बदलने  वाला  है।।जो चुनाव नजदीक आ गया,बहता   दारू  का   नाला  है।।उन्हें  वोट  चाहिए  हर  घर  से,हर  महिला  इनकी  खाला  है।।साम, दाम,…

कालचक्र गतिशील निरन्तर होता नहीं विराम

कालचक्र गतिशील निरन्तर होता नहीं विराम कालचक्र गतिशील निरन्तर                      होता नहीं विराम,दुख    के   पर्वत,नदिया,नाले               सुख का अल्प विराम।अब तक मुझको समझ न आया                   इस जगती का रागरास       न आयी   इसकी …

सरस्वती दाई तोर पइयां लागव ओ

सरस्वती दाई तोर पइयां लागव ओ ~~~~सरस्वती दाई तोर पइयां लागव ओ।कंठ में बिराजे जेकर भाग जागय ओ।तोरे आसरा म नान्हे लइका पढ़ जाथे।बुद्धि पाके ज्ञानी कलाकार बन जाथे।मन ल…