कांशीराम पर कविता
हाथी जैसा चाल,और शेर का दहाड़ था।
हरि सिंह का लाडला,ओ साहब कांशीराम था।
बिसन कौर के लाल,रूपनगर में जन्मे।
डील डौल बालक, बचपन से होनहार था।
सफर किये वैज्ञानिक तक,ऐसा विद्वान था।
मान्यवर कांशीराम जी, देश का महान था।
आदर्श रहे उनके, बाबा साहब अम्बेडकर।
हमारे ओ मसीहा, दलितों का भगवान था।
नीला झंडा वाला,बहुजनों का नायक था।
जोश बढ़ाने वाला,साहब कांशीराम था।
मनुवाद के खिलाप कर, लोगों को जगाया।
हम बहुजनों को,वर्ण व्यवस्था समझाया था।
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रचनाकार – डिजेन्द्र कुर्रे“कोहिनूर”
पीपरभवना,बलौदाबाजार (छ.ग.)
मो. 8120587822