Author: कविता बहार

  • जग में तू आया मानव

    जग में तू आया मानव

    इस जग में तू आया मानव,
    कर्म सुनहरा करने को।
    फिर क्यों बैठा सड़क किनारे,
    लिए कटोरा हाथों में।
    कंचन जैसे यह सुन्दर काया
    व्यर्थ में कैसे झोंक दिया।
    आलस्य लबादा ओढ़के तूने,
    स्वाभिमान को बेच दिया।
    सक्षम  होकर  लाज  न आयी,
    बिना कर्म कुछ पाने में।
    बिना हाथ का बेबस मानव,
    देखो कर्म को आतुर है।
    बोझा ढोकर बहा पसीना,
    खूब परिश्रम करता है।
    नहीं किसी पर आश्रित वह,
    चैन की रोटी खाता है।
    स्वाभिमान का जीवन जीकर,
    औरों को प्रेरित करता है।
    जन-जन के मन में बस करके,
    वो नाम अमर कर जाता है।
                   रविबाला ठाकुर”सुधा”
                  स./लोहारा, कबीरधाम
                  मो.नं.-9993382528
    कविता बहार से जुड़ने के लिये धन्यवाद

  • लोकतंत्र की हत्या

    लोकतंत्र की हत्या

    आज भी सजा था मंच
    सामने थे बैठे
    असंख्य श्रद्धालु
    गूंज रही थीं
    मधुर स्वर लहरियाँ
    भजनों की
    आज के सतसंग में
    आया हुआ था
    एक बड़ा नेता
    प्रबंधक लगे थे
    तौल-मौल में
    प्रवचन थे वही पुराने
    कहा गया ‘हम हैं संत’
    संतों ने क्या लेना
    राजनीति से
    समस्त श्रद्धालुओं ने
    किया एक तरफा मतदान
    तब उस मठाधीश को
    कितने मामलों में
    मिला जीवनदान
    भले ही हो गई
    लोकतंत्र की हत्या
    -विनोद सिल्ला©
    कविता बहार से जुड़ने के लिये धन्यवाद

  • वृध्दों पर दोहे- सुधा शर्मा

    वृध्दों पर दोहे

    बूढ़ा बरगद रो रहा, सूख गये सब पात।
    अपनों ने ही मार दी,तन पर देखो लात।।

    दिया उमर भर आज तक,घनी सभी को छाँह।
    भूल गये सब कृतज्ञता,काट रहे हैं बाँह।।

    ढूंढ रहा है देख लो,बेबस अपनी छाँव।
    आया कैसा हैसमय,बीच धार है नाव।।

    मात पिता सम वट समझ ,रखो सदा ही ध्यान ।
    शक्ति पुंज बनते सदा,मत करना अपमान।। 

    बेबस कर मत छोड़िए, हैं ये झरते फूल।
    पीड़ा इनकी जानिए,नहीं चुभाओ शूल।।

    छाया वृद्धों का मिले,बरसे नेह दुलार ।
    आदर मीठे बोल से,चहके घर संसार।।

    सुधा शर्मा
    राजिम छत्तीसगढ़
    10-4-2019
    कविता बहार से जुड़ने के लिये धन्यवाद

  • रामनवमी पर दोहे / सुधा शर्मा

    रामनवमी पर दोहे / सुधा शर्मा

    रामनवमी का त्यौहार चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी को मनाया जाता है जो अप्रैल-मई में आता है। हिंदू धर्मशास्त्रों के अनुसार इस दिन मर्यादा-पुरूषोत्तम भगवान श्री राम जी का जन्म हुआ था।

    रामनवमी पर दोहे / सुधा शर्मा

    shri ram hindi poem.j

    जनम लिए रघुनाथ हैं,हर्षित जन मन आज।
    आए जग भरतार हैं,रघुकुल के सरताज।।

    चैत्र शुक्ल तिथी नवम,शुभ दिन शुभ कर नाम।
    राजा दशरथ प्राण प्रिय,जनमे रघुवर राम।।

    राम लखन भरत शत्रुघ्न,ये सब भाई चार।
    रघुकुल भूषण हें बनें,वीर धीर आचार।।

    राम नाम ही सार है,सबके प्राणा धार।
    राम रटन जो कर लिया,उसका बेड़ा पार।।

    जीवन पानी मोल है,राम नाम रस घोल।
    भरते बूँद विराट सम,राम राम बस बोल।।

    राम रमा संसार है,रामा पालन हार।
    रूप यही त्रिदेव के, रचते हैं संसार।।

    आओ अब हे जगत पति,लेकर नव अवतार।
    बढ़ता जग में पाप है,करो दुष्ट संहार।।

    सुधा शर्मा
    राजिम छत्तीसगढ़

  • राम नवमी शुभ घड़ी आई

    राम नवमी शुभ घड़ी आई

    चैत्र शुक्ल श्री राम नवमी Chaitra Shukla Shri Ram Navami
    चैत्र शुक्ल श्री राम नवमी Chaitra Shukla Shri Ram Navami

    राम नवमी  शुभ घड़ी आई
    अवध में जन्म लिये रघुराई ।।
    राम लक्ष्मण भरत शत्रुघन
    आये जगत पति त्रिभुवन तारण ।
    बाजत दशरथ आँगन शहनाई
    अवध में जन्म लिये रघुराई ।।
    सखियाँ मिलकर मंगल गाती
    जगमग जगमग दीप जलाती
    स्वर्ग से देवियाँ  फूल बरसाई
    अवध में जन्म लिये रघुराई ।।
    तीनों मैंया    पलना झुलावे
    मुखड़ा चूम चूम लाड लड़ा वे
    चँहुदिशि  गूँजे बधाई हो बधाई ।
    अवध में जन्म लिये रघुराई ।।
    मोती लुटाती मैंया भर भर थारी
    दास दासियाँ    जाती  वारी ।
    गज मोतियन चौक     पुराई।
    अवध में जन्म लिये रघुराई ।।
    चौथे पन सुत पाये चार है
    राजा दशरथ मन खुशी अपार है
    राम नवमी शुभ घड़ी आई
    अवध में जन्म लिये रघुराई ।।
    शंख नाद कर  भोले जी आये
    संग में हनुमत वानर    लाये
    नाच नाच रिझाये रघुराई
    अवध में जन्म लिये रघुराई ।।
    कलयुग में भी आओ राम जी
    अत्याचार  मिटाओ राम जी
    कब से बैठी  है शबरी माई ।
    अवध में जन्म लिये रघुराई ।।
    रावण दुशासन से आके बचाओ
    धनुष टंकार इक बार  सुनाओ
    मीरा ” कर जोड़ मनायें रघुराई ।।
    अवध में जन्म लिये रघुराई ।

    केवरा यदु “मीरा “
    राजिम
    कविता बहार से जुड़ने के लिये धन्यवाद