Category हिंदी आरती

morning

प्रातः वंदना संग्रह

हरिश बिष्ट का प्रातः वंदना हे बजरंगी तेरे द्वारे |हाथ जोड़ सब भक्त पुकारे ||दुष्टों को तुम मार भगाते |भक्त जनों को पार लगाते || सेवा-भाव से सदा समर्पित |प्रभु चरणों में जीवन अर्पित ||भक्ति आपसे सीखे कोई |आप जगाऍं…

विधाता छंद में प्रार्थना

विधाता छंद में प्रार्थना विधाता छंद१२२२ १२२२, १२२२ १२२२. प्रार्थना.सुनो ईश्वर यही विनती,यही अरमान परमात्मा।मनुजता भाव मुझ में हों,बनूँ मानव सुजन आत्मा।.रहूँ पथ सत्य पर चलता,सदा आतम उजाले हो।करूँ इंसान की सेवा,इरादे भी निराले हो।.गरीबों को सतत ऊँचा,उठाकर मान दे…

मातृभूमि वंदना

ताटंक छंदविधान- १६,१४ मात्रा प्रति चरणचार चरण दो दो चरण समतुकांतचरणांत मगण (२२२) मातृभूमि वंदना वंदन करलो मातृभूमि को,पदवंदन निज माता का।दैव देश का कर अभिनंदन,वंदन जीवन दाता का।सैनिक हित जय जवान कहें हम,नमन शहीद, सुमाता को।जयकिसान हम कहे साथियों,अपने…

हे प्रभु मेरी विनती सुन लो – अनिल कुमार गुप्ता “अंजुम “

इस रचना में प्रभु भक्ति के माध्यम से जीवन को दिशा मिले इसका प्रयास किया गया है |
हे प्रभु मेरी विनती सुन लो , प्रभु दर्शन की आस जगा दो - भजन - मौलिक रचना - अनिल कुमार गुप्ता "अंजुम "

लब पे आये मेरे खुदा नाम तेरा – अनिल कुमार गुप्ता “अंजुम”

इस रचना में खुदा की इबादत की गयी है |
लब पे आये मेरे खुदा नाम तेरा - वंदना - मौलिक रचना - अनिल कुमार गुप्ता "अंजुम"

चन्द्र स्तुति- अनिल कुमार गुप्ता “अंजुम”

इस रचना में चंद्रदेव भगवान् की स्तुति की गयी है |
सोम स्तुति ( चन्द्र स्तुति ) - वंदना - मौलिक रचना - अनिल कुमार गुप्ता "अंजुम"

गणेश वंदना – कविता – मौलिक रचना – अनिल कुमार गुप्ता “अंजुम”

इस रचना में गणेश जी की वंदना की गयी है |
गणेश वंदना - कविता - मौलिक रचना - अनिल कुमार गुप्ता "अंजुम"

कृष्ण भजन – वंदना – मौलिक रचना – अनिल कुमार गुप्ता “अंजुम”

इस भजन में भगवान् क्रष्ण की वंदना की गयी है
कृष्ण भजन - वंदना - मौलिक रचना - अनिल कुमार गुप्ता "अंजुम"

बोलो रे बोलो बोलो राधे गोपाल बोलो- आरती – मौलिक रचना – अनिल कुमार गुप्ता “अंजुम”

इस रचना को श्री कृष्ण की भक्ति के रूप में भजन के माध्यम से प्रस्तुत किया गया है |
बोलो रे बोलो बोलो राधे गोपाल बोलो- आरती - मौलिक रचना - अनिल कुमार गुप्ता "अंजुम"