बेटी नर्सिंग कहलाती है- किशनू झा तूफान

इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ नर्सेस (नर्स लोगन के अंतर्राष्ट्रीय समीति) एह दिवस के 1965 से हर साल मनावेले। जनवरी 1974, से एकरा के मनावे के दिन 12 मई के चुनल गइल जवन की फ्लोरेंस…

प्रेरणा दायक कविता – रामकुमार चतुर्वेदी ‘चंचल’

प्रेरणा दायक कविता - रामकुमार चतुर्वेदी 'चंचल' प्रेरणादायक कविता जाग भारतवर्ष के सोए हुए अभिमान आँख में अंगार, साँसों में लिए तूफान,जाग, भारतवर्ष के सोए हुए अभिमान। धर्म-पुत्रों ने नहीं…

प्रेरणा दायक कविता – श्री सुमित्रानंदन पंत

प्रेरणा दायक कविता- प्राणों से भी प्यारा देश- श्री सुमित्रानंदन पंत प्राणों से भी प्यारा, भारत, सब देशों से न्यारा है।प्राणों से भी प्यारा है। सब देशों से.... गंगा यमुना…

प्रेरणा दायक कविता – लो आज बज उठी रणभेरी

प्रेरणादायक कविता प्रेरणा दायक कविता - लो आज बज उठी रणभेरी माँ कब से खड़ी पुकार रही पुत्रो निज कर में शस्त्र गहोसेनापति की आवाज हुई तैयार रहो, तैयार रहोआओ…
struggle

सफलता तुम्हारे चरण चूम लेगी

सफलता तुम्हारे चरण चूम लेगी न हो साथ कोई, अकेले बढ़ो तुम,सफलता तुम्हारे चरण चूम लेगी।। सफलता..... सदा जो जगाये बिना ही जगा है,वही बीज पनपा पनपना जिसे था।घुना क्या…

पीर दिल की छुपाने की जरूरत क्या है – अनिल कुमार गुप्ता ” अंजुम “

इस कविता के माध्यम से कवि जिन्दगी को बेहतर तरीके से जीने को प्रेरित कर रहा है | पीर दिल की छुपाने की जरूरत क्या है - कविता - मौलिक रचना - अनिल कुमार गुप्ता " अंजुम "

हिमालय कर रहा हुंकार है – अनिल कुमार गुप्ता ” अंजुम “

इस कविता में कवि ने प्राकृतिक आपदाओं के माध्यम से मानव को जागृत करने की एक कोशिश की है | हिमालय कर रहा हुंकार है - कविता - मौलिक रचना - अनिल कुमार गुप्ता " अंजुम "

सस्ते क्यों इतने कफ़न हो गए – अनिल कुमार गुप्ता ” अंजुम “

इस कविता में आज के वर्तमान सामाजिक परिदृश्य को चरितार्थ करने की एक कोशिश की गयी है | सस्ते क्यों इतने कफ़न हो गए - कविता - मौलिक रचना - अनिल कुमार गुप्ता " अंजुम "

प्रेरणा दायक कविता – हिम्मत कभी न हारो

प्रेरणादायक कविता प्रेरणा दायक कविता - हिम्मत कभी न हारो तुम मनुष्य हो, शक्ति तुम्हारे जीवन का संबल है।और तुम्हारा अतुलित साहस गिरि की भाँति अचल है।तो साथी केवल पल…

प्रायश्चित- मनीभाई नवरत्न

प्रायश्चित- मनीभाई नवरत्न हम करते जाते हैं कामवही जो करते आये हैंया फिर वो ,जो अब हमारे शरीर के लिएहै जरूरी। इस दरमियानकभी जो चोट लगेया हो जाये गलतियां।तो पछतावा…