नयी सुबह पर कविता

jivan doha

नयी सुबह पर कविता जिम्मेदारीयों कोकंधो पर बिठाकरकुछ कुछ जरूरतें पूरी करताख्वाहिशो कोआलमारी में बंद करकेगम छुपाकरचेहरे पर एक खामोश हंसीलाता ..सच मे नही है कोई शिकनमेरे माथे पर..क्योंकिबे-हिसाब उम्मीदो सेभरे है जेब मेरे..और अनगिनत ख़्वाब भीदेखे थे पहले कभी..ओह !यह क्या ?दिन निकल गया ये सब सोचते सोचतेअंधेरे ने फैला दियाअपना साम्राज्य फिर सेसच में रात … Read more

अब तरूणों को आना होगा

yogasan

अब तरूणों को आना होगा राष्ट्रवाद का अलख जगाने,अब तरूणों को आना होगा।भारत भू  की  रक्षा खातिर, रक्त बहाने आना होगा। आतंकी असुरों को हम, यूँ कब तक ऐसे झेलेंगे ….भस्मासुर सा नृत्य करा,उनका दिल दहलाना होगा। सोए देश के वीरों जागो,कुछ पहचानो अपने को।आत्म शक्ति जो खोया तुमने, फिर से उसे जगाना होगा। नव … Read more

नया संसार बसायेंगे

नया संसार बसायेंगे

नया संसार बसायेंगे आओ यह संकल्प करें नया संसार बसायेंगे ।स्वर्ग धरती  पर लायेंगे । जाति धर्म का भेद मिटाकर एकता  का रंग  भरें।हिन्दू मुस्लिम सिक्ख ईसाई भाई भाई संग  फिरें ।मंदिर मस्जिद गुरू द्वारे परअलख जगायेंगे ।नया संसार बसायेंगे स्वर्ग धरती पर लायेंगे । नारी का सम्मान हो जग मेंकोख में बेटी न मरे … Read more

अरुणोदय

yog divas

अरुणोदय प्रतिदिन अरुणोदय हममें जगाती हैस्फूर्ति भोर का समयसुबह की लालिमासूर्य की किरणें पृथ्वी पर आती हैसुखद एहसास होता है वहठंड के मौसम में इंतजार होता हैसभी कोअरुणोदय कापक्षी सारे चहचहाकरअभिनंदन करते हैं वहीं गायें रंभा करइंसान, सूर्य नमस्कार सेअपने दिन की शुरूआत करते हैं सुबह खूबसूरत होतो कहते हैं दिन अच्छा बीतेगा •••! यहाँ … Read more

ज़िंदगी की राह/ निमाई प्रधान’क्षितिज

ज़िंदगी की राह/ निमाई प्रधान'क्षितिज

ज़िंदगी की राह/ निमाई प्रधान’क्षितिज~~~~•●•~~~~ ज़िंदगी की राह..जो तुम चल पड़े हो !देखना..झंझावतों कीभीड़ होगी ,आशियां टूटेगा..हरदम..हर गली में..फिर बसेरे की ज़रूरत-नीड़ होगी !! ज़िंदगी की राह..जो तुम चल पड़े हो!! संसृति का है नियम..ओ रे राही!चलते रहना है..आगे बढ़ते रहना ,अपने आगे आये-हर रुकावटों को ..मोड़ दो..या फिर-मुड़ के बह निकलना !! ज़िंदगी की … Read more