फिर बोलें भारत माँ की जय
फिर बोलें भारत माँ की जय हिमाच्छादित उत्तुंग शिखरभारत माँ के प्रहरी हैं प्रखर।देखी जब माँ की क्लांत दशापूछा, माँ क्या है तेरी व्यथा ?क्यों हृदय तुम्हारा व्याकुल हैक्यों भरे नयन, कुछ बोलो तो ! क्या बोलूँ , मेरी आँखों सेये अश्रु कहाँ अब थमते हैं।ममता का समंदर सूख गयाजब देखी इनकी दानवता।क्या सपने देखे … Read more