जो तुमसे हो गया है प्यार

जो तुमसे हो गया है प्यार

जिंदगी हर बार आती नहीं ,
यादों में आकर तुम जाती नहीं ।
तुम ना कर जाना इंकार
जो तुमसे हो गया है प्यार ।।

यादों में तेरे मैं हर पल छाया रहता ।
सोचकर मैं तुमको हरदम मुसकाया रहता।
अब तो दिल हो गया बेकरार
जो तुमसे हो गया प्यार ।

पूछो यह तुम मेरे सांसो से।
सुनो ये तुम कहती है लबों से ।
जो बजती कहे तुम्हारी पायल की झंकार ।
जो तुमसे हो गया प्यार ।

अब तो दिल कहता है बार बार ।
जो मिल गया तुमसे यार ।
जुदा नहीं कर पाएंगे कोई ।
कुछ नहीं कर सकेगा हमको संसार ।
जो तुमसे हो गया प्यार ।
जो तुमसे हो गया प्यार ।

मनीभाई नवरत्न

यह काव्य रचना छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले के बसना ब्लाक क्षेत्र के मनीभाई नवरत्न द्वारा रचित है। अभी आप कई ब्लॉग पर लेखन कर रहे हैं। आप कविता बहार के संस्थापक और संचालक भी है । अभी आप कविता बहार पब्लिकेशन में संपादन और पृष्ठीय साजसज्जा का दायित्व भी निभा रहे हैं । हाइकु मञ्जूषा, हाइकु की सुगंध ,छत्तीसगढ़ सम्पूर्ण दर्शन , चारू चिन्मय चोका आदि पुस्तकों में रचना प्रकाशित हो चुकी हैं।

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