मंजिल पर कविता – सृष्टि मिश्रा

मंजिल पर कविता राही तू आगे बढ़ता चल, देखो मंजिल दूर नहीं है।मेहनत कर आगे बढ़ता चल, देखो वो तेरे पास खड़ी है।।सच्चाई के ताकत के बल पर,अपने सपनों को…

नवोदय क्रांति परिवार प्रेरणा गीत

जन जन को जगाएंगे।नवोदय क्रांति लाएंगे।आओ शिक्षक, प्यारे शिक्षक,हम सब मिलकर शिक्षा में नई क्रांति लाएंगे।जन जन को जगाएंगे।नवोदय क्रांति लाएंगे। पालक,अभिभावक,जनप्रतिनिधि मिलकर शालाको रंगीन बनाएंगे।जन जन को जगाएंगे।नवोदय क्रांति…

जब विपदा आ जाए सम्मुख – उपमेंद्र सक्सेना

जब विपदा आ जाए सम्मुख जिसका साथ निभातीं परियाँ, मनचाहा सुख पाता हैजब विपदा आ जाए सम्मुख, कोई नहीं बचाता है।क्या है उचित और क्या अनुचित, बनी न इसकी परिभाषादुविधा…

नया अब साल है आया – उपमेंद्र सक्सेना

नया अब साल है आयानया अब साल है आया, रहे इंसानियत कायममुहब्बत के चिरागाँ इसलिए हमने जलाए हैं।सुकूने बेकराँ मिलती, अगर पुरशिस यहाँ पे होन हो वारफ़्तगी कोई, दिले मुज्तर…

पीर दिलों की मिटायें

पीर दिलों की मिटायें पीर दिलों की मिटायें, चलो एक ऐसा नया जहां बसायेंपीर दिलों की मिटायें, चलो एक ऐसा नया जहां बसायें lपलती हों जहां खुशियाँ, चलो एक ऐसा…

रंग इन्द्रधनुष

रंग इन्द्रधनुष ..... धरती का हरापन सदा से बुलाते रहे मुझेमैं उसके आँचल में दूब बनकर पसर गया ,नीला विस्तृत आकाश हुर्र बुलाता रहा मुझेमैं उसमें घुसकर नीलकंठ हो गया…

हमर छेरछेरा तिहार पर कविता

गीत - हमर छेरछेरा तिहार ============================= सुख के सुरुज अंजोर करे हे,हम सबझन के डेरा म। हाँसत कुलकत नाचत गावत,झूमत हन छेरछेरा म।। //1// आज जम्मो झन बड़े बिहनिया, ले…