सपनो पर कविता

सपनो पर कविता सपनो में सितारे सजने दो,नदियों की धाराएँ बहने दो।शीतल हवाएँ मन की तरंगें,फूलों की खुशबू महकने दो। ऊँचे अरमानों को सजने दो,आकाश में पंछी उड़ने दो।समन्दर की ये सुहानी लहरे,जल में मछलियाँ तैरने दो। नजरों में नजारे रहने दो,पलकों में चाँद उतरने दो।बदले तो बदले ये जमाना,हर किसी को दीवाने रहने दो। … Read more

हमसफ़र पर कविता

हमसफ़र पर कविता प्यार का ओ एहसास हो,हमसफ़र मेरा साथ हो।कठिन रास्ते में निकला हूँ,इस सफर में तू मेरा साथ हो। ओ महफ़िल की रागिनी हो,ओ संगीत की तू वादिनी हो।दिल में बसे हो हमसफ़र,अँधेरे में तू मेरी चाँदनी हो। मेरी हर खुशी में तू साथ हो,दिल से जुड़ी तू खास हो।मेरे हमराही मेरे हमसफ़र,सदा … Read more

कुंडलियाँ – बेटी पर कविता

  बेटी पर कविता बेटी जा पिया के घर ,            गुड़िया नहीं रोना । सजा उस घरोंदे को,            साफ सुथरा रखना।। साफ सुथरा रखना,         पति सेवा तुम करना। रखना इतनी चाह,        झगड़ा कभी न करना ।। कह डिजेन्द्र करजोरि, … Read more

स्वरोजगार तुमको ढूंढना हैं/डीजेन्द्र कुर्रे “कोहिनूर”

“डीजेन्द्र कुर्रे की कविता ‘स्वरोजगार तुमको ढूंढना है’ में स्वावलंबन और आत्मनिर्भरता की प्रेरणा दी गई है। यह कविता युवाओं को स्वरोजगार के महत्व को समझाते हुए उन्हें प्रेरित करती है कि वे अपने सपनों को पूरा करने के लिए खुद को ढूंढें और अपने पैरों पर खड़े हों।” सारांश: “स्वरोजगार तुमको ढूंढना है” एक … Read more

जिंदगी में अच्छा दोस्त किताब है -डीजेन्द्र कुर्रे “कोहिनूर

जिंदगी में अच्छा दोस्त किताब है “ हर जिज्ञासु के मन में पाने की चाह है,मंजिल तक पहुंचाने का यही एक राह है। नया करने का इनमे बनता ख़्वाब है,जिंदगी में सबसे अच्छा दोस्त किताब है। इसी में कबीर के दोहे एवं संतों की वाणी है,इसी मेंअच्छी कविता एवं अच्छी कहानी है। किताब ज्ञान का … Read more