हमर छेरछेरा तिहार-डिजेन्द्र कुर्रे कोहिनूर

गीत – हमर छेरछेरा तिहार सुख के सुरुज अंजोर करे हे,हम सबझन के डेरा म।हाँसत कुलकत नाचत गावत,झूमत हन छेरछेरा म।। //1//आज जम्मो झन बड़े बिहनिया, ले छेरछेरा कुटत हे।कोनलईका अउ कोन सियनहा,कोनो भी नई छूटत हे।ये तिहार म सब मितान हे,इही हमर पहचान हावय।मनखे मन ल खुशी देवैईया,सोनहा सुघ्घर बिहान हावय।है जुगजुग ले छत्तीसगढ़ … Read more

शीत ऋतु (ठण्ड) पर कविता

यहाँ पर शीत ऋतु (ठण्ड) पर कविता दिए गये हैं आपको कौन सी अच्छी लगी , नीचे कमेंट बॉक्स पर जरुर लिखें शीत ऋतु का आगमन घिरा कोहरा घनघोरगिरी शबनमी ओस की बूंदेबदन में होने लगीअविरत ठिठुरन ओझल हुई आंखों सेलालिमा सूर्य कीदुपहरी तक भी दुर्लभहो रही प्रथम किरण इठलाती बलखातीबर्फ के फाहे बरसातीशीत ऋतु … Read more

कोरोनावायरस पर कविता ( Corona kavita )

रचना शीर्षक – कोरोना v.s ज़िंदगी

डिजेन्द्र कुर्रे के सर्वश्रेष्ठ 5 माहिया छंद

यहाँ पर डिजेन्द्र कुर्रे के सर्वश्रेष्ठ 5 माहिया छंद प्रस्तुत हैं माहिया छंद -भारत की माटी पूजा की आरत हैं,समता है जिसमें….यह मेरा भारत है हो स्वर्ग हिमालय सा,हृदय रहे अपना…कैलाश शिवालय सा पावन परिपाटी हैंचंदन के जैसाभारत की माटी है प्यासे समशिरो कोचाह चलाने कीभारत के वीरों को रक्षक जो सीमा केवह भी बेटे … Read more

पुण्य तिरंगे की रक्षा में

पुण्य तिरंगे की रक्षा में लावणी छंद देश भक्ति रचना है।