यहाँ पर हिन्दी कवि/ कवयित्री आदर0मनोरमा चन्द्रा रमा के हिंदी कविताओं का संकलन किया गया है . आप कविता बहार शब्दों का श्रृंगार हिंदी कविताओं का संग्रह में लेखक के रूप में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा किये हैं .
मनोरमा चंद्रा के दोहे मिथ्या मिथ्या बातें छोड़कर, सत्य वचन नित बोल।दुनिया भर में यश बढ़े, बनें जगत अनमोल ।। अपने मन में ठान कर, मिथ्या का कर त्याग।जीवन कटे…
यहां पर कवियत्री डॉ मनोरमा चंद्रा रमा द्वारा रचित कविता श्रीनाथ की स्तुति आपके समक्ष प्रस्तुत है श्री नाथ की स्तुति स्तुति कर श्री नाथ की, कृपा मिले भगवंत।कण-कण ईश…
प्रस्तुत कविता डॉ. मनोरमा चन्द्रा 'रमा' रायपुर (छ.ग.) द्वारा रचित है जिसे दोहा छंद विधा में लिखा गया है। यहां पर कमल पुष्प के बारे में विस्तार से वर्णन किया…
प्रस्तुत हिंदी कविता " अभिमान " कवयित्री मनोरमा चंद्रा'रमा' के द्वारा दोहा -- छंद में रची गई है। इस कविता में कवयित्री ने माया , धन वैभव की निस्सारता, जाति…
मेरे भारत देश है श्रेष्ठ गुणों की खान -मनोरमा चन्द्रा "रमा" मन में अभिलाषा भरी, सभी बने विद्वान। मेरे भारत देश है, श्रेष्ठ गुणों की खान।। शांति नाद गूँजे सदा,…