गेय कविता इंद्रधनुष के रंग उड़े हैं कविता बहार Sep 3, 2021 0 इंद्रधनुष के रंग उड़े हैंइन्द्र धनुष के रंग उड़े हैं. देख धरा की तरुणाई।छीन लिए हाथों के कंगन. धूम्र रेख…