धारा तीन सौ सत्तर पैतींस ए -डाँ. आदेश कुमार पंकज

 धारा तीन सौ सत्तर पैतींस ए  सत्तर सालों में अब कोई नया उजाला लाया है । छप्पन इंची के सीने ने ही साहस दिखलाया है ।। बच्चों को बंदूकें देकर जहर घोलते फिरते थे । केसर की क्यारी जो जन आग लगाते फिरते थे ।। ऐसे सब गद्दारों को उनके घर में दफनाया है । … Read more

अटल जी की स्मृति में कविता – बाके बिहारी बरबीगहीया

atal bihari bajpei

अटल जी की स्मृति में कविता  नाम अटल था, काम अटल था,,जीवन भर विश्वास अटल था, साथ अटल सामर्थ्य अटल था,,,जीवन का सिद्धांत अटल था,,याद करे उस महामानव को,,आज हुई नम आँख हमारी,,नाम था जिनका अटल बिहारी ।।नाम था जिनका,,,,,,,,,,,समर अटल श्मशान अटल था ,,उनका हल अरमान अटल था,,भेष अटल था,द्वेष अटल था,,शांति का संदेश अटल … Read more

भारत वतन मिले -केवरा यदु”मीरा”

mera bharat mahan

भारत वतन मिले हे प्रभू धरा पर  जब जब जनम मिले।भारत वतन मिले भारत वतन मिले। राम कृष्ण गौतम गांधी का है देश।घर घर में हो रामायण गीता का  हो संदेश।सूर मीरा तुलसी  कबीरा   मिले।       भारत वतन—— गूँजे वेद की   श्रृचाएं मंदिर  की घंटियाँ।उतुंग  हिमालय   की  है ऊँची  चोटियाँ।गंगा यमुना  गोदावरी की संगम … Read more

मिट्टी से प्यार करो अनुच्छेद370 – केतन साहू खेतिहर

मिट्टी से प्यार करो अनुच्छेद370 देखो जरा उन चेहरों को जो,दुश्मन की बोली बोल रहे हैं…अलगाव-वाद फैलाने वाले,*क्यूँ जहर फिजा में घोल रहे हैं.. जब देश समूचा झूम रहा है,फिर ये क्यूँ बौखलाए हुए हैं…भोली जनता को डसने वाले,*वे फन अपना फैलाए हुए हैं.. एक देश और एक ही झंडा,लहराएगें हर जगह तिरंगा…जो अमन चैन … Read more

जीवन तेरा बस नाम है-नेहा चाचरा बहल ‘चाहत’

जीवन तेरा बस नाम है युद्ध है संग्राम है जीवन तेरा बस नाम हैदेख मैं हैरान हूँ , तू फ़िर भी क्यों बदनाम हैतूने धारा त्याग को ,तेरी कामना निष्काम हैदेख मैं हैरान हूँ , तू फ़िर भी क्यों बदनाम हैयुद्ध है संग्राम है…… बनके बेटी जन्मीं थी तू , तू थी खुशियाँ तू बहारपर … Read more