तेरे लिए करूं दुआ हर पल सदा

तेरे लिए करूं दुआ हर पल सदा तेरे लिए करूं दुआ, हर पल सदा ,तुझे ना पता।देखकर अनदेखा, ना कर जाने जा और ना सता। ख्वाबों की लकीर, पर बनती है तेरी तस्वीर ।छूना चाहूं, छू ना पाऊं हाथों में कैसी जंजीर?फिर खो जाऊं ,ओझल हो जाऊं, मैं लापता। तेरे लिए …. चारों तरफ छाया … Read more

माघ शुक्ल शीतला छठि पर कविता

माघ शुक्ल शीतला छठि पर कविता माघ शुक्ल की छठि तिथी ,से ठंडी का अन्त ।इसे शीतला छठि कहें ,जानकार सब सन्त।।इस छठि का व्रत लाभप्रद,नारी को है खास।दैहिक-दैविक ताप से,मुक्ती बिना प्रयास।।मातु शीतला की कृपा,संतति करे प्रदान।देता है सौभाग्य भी,पुष्ट करे मन-प्रान।।इस व्रत मे चूल्हा सदा,जलने मे प्रतिबन्ध।बासी भोजन भोग मेकरने का अनुबन्ध।।रोग विकारों … Read more

सभी विद्या की खान है माता

सभी विद्या की खान है माता सभी विद्या, सुधी गुण की,अकेली खान है माता।इन्हे हम सरस्वती कहते,यही सब ज्ञान की दाता।इन्हे तो देव भी पूजें,पड़े जब काम कुछ उनका-सदा श्रद्धा रहे जिसमे,इन्हे वह भक्त है भाता। सदा माँ स्वेत वस्त्रों मे,गले मे पुष्प माला है।लिए पुस्तक तथा वीणा,वहीं पर हाथ माला है।स्वयं अभ्यास रत दिखतीं,यही … Read more

माँ गंगा पर कविता

माँ गंगा पर कविता कलयुग के अत्याचारों को देख, माँ गंगा पुकारे….वर्षों के पावन तप से , मैं इस धरती पर आयी।पर आज मनुज ने देखो, मेरी कैसी गति बनायी।निर्मल थी मैं मैली हो गयी, तुम सबके कुकृत्यों से।कूड़े- कचरे और गंदे जल के, मोटे- मोटे नालो से।याद करो त्रेतायुग के, उन महा-प्रतापी राजाओं को।सगर, … Read more