हे पार्थ ! सदा आगे बढ़ो तुम- आशीष कुमार

हे पार्थ ! सदा आगे बढ़ो तुम हे पार्थ ! सदा आगे बढ़ो तुमकर्तव्य पथ पर डटो तुममुश्किलों का सामना करोतूफान के आगे भी अड़ो तुमहे पार्थ ! सदा आगे बढ़ो तुमकर्तव्य पथ पर डटो तुम तुम्हारा कर्म ही तुम्हारी पहचान बनेगाचिरकाल तक तुम्हारा नाम करेगालोभ मोह क्रोध पाप को तजो तुमसत्य निष्ठा नेकी का … Read more

हमर छेरछेरा तिहार-डिजेन्द्र कुर्रे कोहिनूर

गीत – हमर छेरछेरा तिहार सुख के सुरुज अंजोर करे हे,हम सबझन के डेरा म।हाँसत कुलकत नाचत गावत,झूमत हन छेरछेरा म।। //1//आज जम्मो झन बड़े बिहनिया, ले छेरछेरा कुटत हे।कोनलईका अउ कोन सियनहा,कोनो भी नई छूटत हे।ये तिहार म सब मितान हे,इही हमर पहचान हावय।मनखे मन ल खुशी देवैईया,सोनहा सुघ्घर बिहान हावय।है जुगजुग ले छत्तीसगढ़ … Read more

परोपकार पर हिंदी में कविता

परोपकार पर हिंदी में कविता परोपकार पर कविता-सुधीर श्रीवास्तव संवेदनशील भावसंवेदनाओं के स्वर परोपकार की निःस्वार्थ भावनागैरों की चिंता से जोड़करस्वेच्छा से सामने वाले की पीड़ा से/मर्म सेखुद को जोड़ने की कोशिश हीपरोपकार है।बिना लोभ मोह अपने पराये के भेद किये बिनाकिसी का सहयोग/सहायता हीतो परोपकार है,हमारे द्वारा किया गयापरोपकार ही तो हमारी खुशियों का … Read more

संस्कार(जीवन मूल्य) पर हिंदी कविता-सुरंजना पाण्डेय

संस्कार(जीवन मूल्य) पर हिंदी कविता बलिदानों को क्यूँ कर रहे तिजारत यूंदेश को क्यूँ बाट रहे हर रोज रहे हम यूं। अपनी देश की मिटटी को क्यों कर रहे यूं अपमानित क्यूँ अपनी ओछी हरकतों से। उठा रहे क्यूँ अपनो पे यूं शमशीरे तुम क्यूँ तौल रहे अपनो को यूं रख के तराजू में। जाति … Read more

जीवन मूल्य पर आधारित कविता-राजकिशोर धिरही

जीवन मूल्य पर आधारित कविता कोई भी विपदा आ जाए,कभी नहीं घबराना।बाधाओं से लड़कर के ही,हमको बढ़ते जाना।। सत्य मार्ग में चलकर के हम,लक्ष्य सदा पा सकते ।कठिन डगर भी हो फिर भी हम,मंजिल तक जा सकते।। अधिकार मिले जो भी हमको,उसको पढ़ना होगा।वंचित करना चाहे हमको,आगे बढ़ना होगा।। भाईचारे की चाहत रख,प्रेम शांति से … Read more