ईश्वर पर कविता
ईश्वर (विधाता छंद ) पहाड़ों को, घटाओं को, हवाओं को बनाया है गगन के थाल को जिसने सितारों से सजाया है धरा की गोद में कानन सघन उपवन बसाया है मेरे ईश्वर की महिमा है! मेरे ईश्वर की माया है 2 जहाँ सूरज को शिशु हनुमान ने मुंह मे दबाया है दिवाकर ने जहाँ करके … Read more