संत गाडगे पर कविता

संत गाडगे को जाना है==================दीन दुखियों को गले लगाकर,जिसने अपना माना है ।मानव सेवा बन मसीहा ,संत गाडगे को जाना है । फूले बुद्ध कबीर जी का,ज्ञान सदा जो पढ़ता है ।निर्गुण भक्ति की धारा में ,नित आगे ही बढ़ता है ।अपने त्याग तपस्या के बल,संत गाडगे जी कनक बने।मानवता का धर्म निभाकर,हम बहुजनों के … Read more

बाबा गाडगे का जीवन – मनीभाई नवरत्न

बाबा गाडगे का जीवन धन दौलत चाहे रुपया पैसाभौतिक संपदा हो भरपूर।जनसेवा में लगा दो मनुवादान करो, बनके सच्चे सूर। देखो,बाबा गाडगे का जीवनभीख मांगा पर किया समर्पणदिया सर्वस्व लोक सेवा हेतुजो भी रहा अपना अर्जन ।। नहीं बनवाई अपनी कुटियाबीता दिया जीवन तरु तल।एक बर्तन से ही खाना पीनाउसी से  करते भजन कीर्तन अनपढ़ … Read more

सादा जीवन पर कविता -मनीभाई नवरत्न

सादा जीवन पर कविता –मनीभाई नवरत्न एक ओर रंगशालादूसरी ओर रंग सादा।कोई टक्कर नहीं जिनके बीचकौन सुरमा है ज्यादा?वैसे ख्याति विविध रंगों की हैहरा लाल पीला नीलाये ना होते तोकहने वाले राय मेंदुनिया बेरंग होती ।पर जरा सोचो तोरंगों की उत्पत्ति कहां से हुई ?प्रकृति की छटा बिखेरती इंद्रधनुषकैसे प्रकट हुआ ?सूर्य की श्वेत रश्मि … Read more

मन की व्यथा – आशीष कुमार

मन की व्यथा इस निर्मोही दुनिया मेंकूट-कूट कर भरा कपटकहाँ फरियाद लेकर जाऊँ मैंकिसके पास लिखाऊँ रपट जिसे भी देखो इस जहाँ मेंभगा देता है मुझे डपटशांति नहीं अब इस जीवन मेंकहाँ बुझाऊँ मन की लपट जो भी था मेरे पास मेंसबने लिया मुझसे झपटरिश्तों की जमा पूँजी में भीसबने लगाई मुझे चपत कमाई मेरे … Read more

वागेश्वरी वंदना

वागेश्वरी वंदना माँ वीणावादिनी , मां बुद्धिदायिनी तव महिमा है अपरंपार कर माते तू लोकाद्धार तव ममता से जग आलोकित ज्योतिर्मय जग जगमग शोभित गाता नवगीत संसार………! वागेश्वरी , माँ ज्ञानदायिनि , सबको देती बुद्धि, ज्ञान , तव दृग जग का कल्पना द्वार……! दृष्टि से सृष्टि आलोकित तेज से जगजीवन है शोभित तव कृपावश ज्ञान … Read more