Tag: *माँ सरस्वती वन्दना
-
वीणापाणि सरस्वती पर हिंदी में कविता
यहाँ पर वीणापाणि सरस्वती पर हिंदी में कविता लिखी गयी है जिसमे कवि ने माँ सरस्वती का गुणगान किया है. वीणापाणि सरस्वती पर हिंदी में…
-
वागेश्वरी वंदना
वागेश्वरी वंदना माँ वीणावादिनी , मां बुद्धिदायिनी तव महिमा है अपरंपार कर माते तू लोकाद्धार तव ममता से जग आलोकित ज्योतिर्मय जग जगमग शोभित गाता…
-
माँ शारदे की कृपा
माँ शारदे की कृपा अज्ञानता का नाश हो ज्ञान का दीप जले माँ शारदे की कृपा हो जाए सफलता तब गले मिले। निकाल लाता ज्ञान…
-
मां शारदे नमन लिखा दे
मां शारदे नमन लिखा दे नमन् लिखा दे. १६,१४वीणा पाणी, ज्ञान प्रदायिनी,ब्रह्म तनया माँ शारदे।सतपथ जन प्रिय सत्साहित,हितकलम मेरी माँ तार दे। मात शारदे नमन्…
-
हे शारदा तुलजा भवानी (सरस्वती-वंदना)
हे शारदा तुलजा भवानी (सरस्वती-वंदना) हे शारदा तुलजा भवानी, ज्ञान कारक कीजिये।…अज्ञानता के तम हरो माँ, भान दिनकर दीजिये।… है प्रार्थना नवदीप लेकर, चल पड़े…
-
शारदे माँ पर कविता
शारदे माँ पर कविता (1)हे शारदे माँ ज्ञान के,भंडार झोली डार दे।आये हवौं मँय द्वार मा,मन ज्योति भर अउ प्यार दे।।हे हंस के तँय वाहिनी,अउ…
-
वाणी वन्दना
वाणी वन्दना निर्मल करके तन_ मन सारा, सकल विकार मिटा दो माँ, बुरा न कहे माँ किसी को भी विनय यह स्वीकारो माँ। अन्दर …
-
सरस्वती -वन्दना
सरस्वती -वन्दना जनप्रिय माँ जनोपकारणीजग जननी, जल जीवधारणी।स्वर्णिम ,श्वेत, धवल साडी़ मेंचंचल, चपल,चकोर चक्षुचारणी। ज्ञानवान सारा जग करती माँअंधकार, अज्ञान सदैव हारणीविद्या से करती,जग जगमगगुह्यज्ञान,गेय,गीत, …
-
जय जय वरदानी
जय जय वरदानी जयति मातु जय जय वरदानी।सब जग पूजे मुनि जन ज्ञानी।।नित नित ध्यान करूँ मैं माता।तुम सब जन की भाग्य विधाता।। मातु ज्ञान…
-
नव सुर-दात्री
नव सुर-दात्री,नव लय-दात्रीनव – गान मयी,नव तान – मयी। देवी मैं हूँ अति अज्ञानी नहीं है जग में तुमसा दानी माँ! दान दो नव…