श्री विष्णु अवतार विश्व कर्मा पर हिंदी कविता

श्री विष्णु अवतार विश्व कर्मा सृष्टि रची है जिसने,किया स्वर्ण लंका का निर्माणदेख महल लंका को,रावण को हुआ था अभिमान कर्म कार थे विश्वकर्मासाक्षात बिष्णु का अवतार।छन भर में सृष्टि रचनाकर लेते‌ थे सू सुमार।। सत्रह सितम्बर प्रकट उत्सवविश्व विदित है त्योहार।जन्मदिन है आपकाहस्तकला दीजिए भगवान। कृपा दृष्टि मिले यदि आपकाकर सकूं कुछ काम।जो कुछ … Read more

कुछ दिन जीवन बाकी है – डॉ विजय कुमार कन्नौजे

कुछ दिन जीवन बाकी है ===============न कर गुरूर इस जगत मेंन ही कोई ठौर ठिकाना है।आया है जो इस जहां पेनिश्चय ही होना रवाना है।। बना हुआ है जो यह भ्रान्तिसारी दुनिया हमारा है।कान खोलकर सुन मुरखसबन का यहां से रवाना है।। न आयेगा कोई पास तुम्हारान कोई तुझे बचायेगा।जब तक रहेगा इस दुनिया मेंहर … Read more

सितारे पर कविता – माधुरी मोहिनी

सितारे पर कविता –  माधुरी मोहिनी परियाँ नभ लोक धरा उतरी यह देख अचंभित है जन सारे। मुख ओज भरे चमके छड़ियाँ पर शोभित है मणि राज सितारे।। कहती सब पूरन कार्य पड़ा सुरधाम चलो शिव है बलिहारे। यह संगम का युग शेष अभी पुरुषार्थ करो चलना प्रभु द्वारे।। इस जीवन के अब हो तुम … Read more

बड़ी दौलत सेहत पर कविता

सेहत सबसे बड़ी दौलत है ज़िंदगी को जियो, बड़े इत्मीनान से,कटेगी ज़िंदगी, बड़े शान से!हर पल,हर घड़ी, बिना किसी तनाव से,खुशी में, करो काम, बड़े चाव से!अकेलापन महसूस होता है जब,करना चाहिए कोई काम तब,व्यस्तता रहेगी तो, समय का क्या?पता नहीं चलेगा, वक्त गुजरा कब!धन दौलत का नशा, कभी उतरता नहीं,आदमी को चाहिए, जब तक … Read more

हरीश व्यास जी का कवितायेँ

हरीश व्यास जी का कवितायेँ कब चमकेगी किरन ? बोझिल सा जीवन-तनहा सा यौवन,ना जानें कौन घड़ी-होगा मिलन, ये बिजली की कड़-कड़-हंसाती कभी है,ये सावन की बूंदे-रुलाती कभी है,तीरगी भरे जीवन का-ना कोई मस्कन. शबेग़म लिए संग-भटकूँ मैं रहगुज़र,वस्ल का आए प्रसंग-उस क्षण से हूं बेखबर,जिनके जिगर फ़िगारो हैं,उन्हें छेड़े पवन. वीरांकदे में ग़मज़दा हूं,आए … Read more